मुजफ्फरनगर। त्योहारों की चहल-पहल के बाद अब राज्य वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विभाग ने एक बार फिर कर चोरी करने वालों पर सख्ती का मूड बना लिया है। विभाग ने ऐसी कई फर्जी फर्मों की पहचान की है, जो कागज़ों पर खरीद-फरोख्त दिखाकर करोड़ों रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) क्लेम कर रही थीं। जांच में गड़बड़ी साबित होने पर इन फर्मों के संचालकों के खिलाफ जल्द ही एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

विभागीय सूत्रों के अनुसार, कुछ कारोबारी बोगस कंपनियाँ बनाकर फर्जी बिलिंग और झूठे लेन-देन के ज़रिए जीएसटी की चोरी कर रहे थे। हाल के महीनों में ऐसे कई मामलों का खुलासा हुआ है। पिछले दिनों विभाग ने विभिन्न थानों में इस तरह के मामलों में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी महीने खालापार थाना पुलिस ने करीब 1,300 करोड़ रुपये के फर्जी ई-वे बिल से राजस्व चोरी के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था। वहीं नई मंडी और शहर कोतवाली में भी करोड़ों के फर्जी जीएसटी क्लेम से जुड़े केस दर्ज किए गए हैं।

जीएसटी एसआईबी जॉइंट कमिश्नर सिद्धेश चंद्र दीक्षित ने बताया कि त्योहारों के चलते कुछ समय के लिए अभियान धीमा हो गया था, लेकिन अब विभाग फिर से सख्त कार्रवाई की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि बड़े फर्जीवाड़ों में शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उनके खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा।