भोपा (मुजफ्फरनगर)। हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में अवैध शिकार के खिलाफ वन विभाग को बड़ी सफलता मिली है। विभाग की टीम ने गांव मजलिसपुर तौफीर के जंगल में बाणगंगा नदी में जलीय जीवों का शिकार कर रहे एक शिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी हरिद्वार जिले का रहने वाला है।
मोरना रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी रविकांत ने बताया कि बुधवार दोपहर टीम को सूचना मिली थी कि उत्तराखंड का एक व्यक्ति बाणगंगा नदी में अवैध रूप से मछलियों और जलीय पक्षियों का शिकार कर रहा है। सूचना मिलते ही डिप्टी रेंजर दीपक कुमार, वनकर्मी अमित पुंडीर और नंदकिशोर शर्मा की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को पकड़ लिया।
वन विभाग की टीम ने आरोपी के कब्जे से एक नाव, मछली पकड़ने के जाल, कांटे और रस्सी बरामद की। इसके अलावा एक संरक्षित प्रजाति का ब्लैक कॉर्मोरेंट (जल कव्वा) भी आरोपी के पास से मिला, जिसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित किया गया है।
पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम नजाकत, निवासी गांव जोगावाला, जनपद हरिद्वार बताया। वन विभाग ने आरोपी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की सख्त धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया। गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि शिकारी से पूछताछ के दौरान यह भी जांच की जा रही है कि उसका किसी अंतरराज्यीय अवैध शिकार गिरोह से संबंध तो नहीं है। टीम ने आरोपी के कब्जे से छुड़ाए गए जलीय जीवों और मछलियों को सुरक्षित रूप से वापस नदी में छोड़ दिया।