नई दिल्ली। किसानों के हित में काम कर रही संस्था 'पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन' के चेयरमैन अशोक बालियान ने कहा है कि इफको द्वारा उत्पादित पोटाश 'नेचुरल-के (Natural-K) पीडीएम' किसानों के लिए एक बेहतरीन जैविक उर्वरक साबित हो रहा है। यह उर्वरक देश में ही निर्मित होता है और इसके उपयोग से विदेशी मुद्रा की बचत भी हो रही है।

इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइज़र कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) अपने कई उर्वरकों का उत्पादन निजी उद्योगों में भी कराता है, जिनमें यूरिया, डीएपी, एनपीके, नेनो डीएपी, नेनो यूरिया प्रमुख हैं। इफको द्वारा तैयार किया गया 'नेचुरल-के पीडीएम' एक जैविक पोटाश उर्वरक है, जो 'पोटाश डिराइव्ड फ्रॉम मोलासेस' (Potash Derived from Molasses) कहलाता है।

इफको का यह जैविक उत्पाद 100 प्रतिशत ऑर्गेनिक है, जिसमें 14.5% पोटाश, 8-10% ऑर्गेनिक कार्बन और सूक्ष्म पोषक तत्व मौजूद हैं। इसमें 'लो सॉल्ट इंडेक्स' (Low Salt Index) 10 से कम है और इसमें क्लोराइड की मात्रा 0% है, जो उन फसलों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो क्लोराइड के प्रति संवेदनशील होती हैं।

फसलों की गुणवत्ता में सुधार

'नेचुरल-के पीडीएम' न केवल फसल की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है बल्कि यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और पौधों की जड़ों के विकास में भी सहायक होता है। उत्तर प्रदेश के किसान विशेषकर सब्ज़ी फसलों और बासमती धान की खेती में इस उर्वरक का उपयोग कर रहे हैं। यह उर्वरक दानों की चमक, आकार और पकने की अवधि को भी बेहतर करता है। इसकी कीमत ₹550 प्रति बैग तय की गई है।

आईपीएल का म्यूरिएट ऑफ पोटाश भी विकल्प

इंडियन पोटाश लिमिटेड (IPL) भारत में म्यूरिएट ऑफ पोटाश (Muriate of Potash - MOP) का आयात और वितरण करता है। यह उर्वरक मुख्य रूप से पोटेशियम क्लोराइड से बना होता है और इसमें 60 प्रतिशत K2O मौजूद होता है। हालांकि इसमें अन्य पोषक तत्व नहीं होते और इसका सॉल्ट इंडेक्स 116 होता है। इसकी कीमत ₹1700 प्रति बैग निर्धारित है।

किसानों की पहली पसंद बना इफको का जैविक पोटाश

किसानों के बीच 'नेचुरल-के पीडीएम' की मांग लगातार बढ़ रही है, क्योंकि इससे उन्हें अच्छे नतीजे मिल रहे हैं। जैविक उर्वरक होने के कारण यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है और मृदा की संरचना को बेहतर बनाता है।


डिस्क्लेमर: यह लेख अशोक बलियान, चेयरमैन पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा लिखा गया है। इसमें व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं।