मुजफ्फरनगर में सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के एक स्थानीय नेता और सीसीआर इंटर कॉलेज के शिक्षकों के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया। इस घटना ने जिले के राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है।
शुक्रवार को सर्कुलर रोड स्थित सीसीआर इंटर कॉलेज में कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल पहुंचे थे। मंत्री ने करीब आधे घंटे तक कार्यक्रम में भाग लिया और इसके बाद मंडी क्षेत्र में दूसरे आयोजन के लिए रवाना हो गए।
मंत्री के निकलने के कुछ ही समय बाद रालोद नेता अशोक बालियान और उनके चालक का कॉलेज के प्रधानाचार्य तथा कुछ शिक्षकों से गाड़ी हटाने को लेकर विवाद हो गया। मामूली कहासुनी जल्द ही गाली-गलौज और धक्का-मुक्की में बदल गई।
शिक्षकों का आरोप है कि विवाद के दौरान रालोद नेता और उनके चालक ने मंत्री कपिल देव अग्रवाल का नाम लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद मामला मंत्री तक पहुंच गया।
मंत्री ने कहा- मेरे नाम पर किसी ने अभद्रता नहीं की
घटना की जानकारी मिलते ही शुक्रवार देर रात मंत्री कपिल देव अग्रवाल के गांधीनगर स्थित आवास पर समर्थकों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मंत्री ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस वक्त विवाद हुआ, वे पहले ही कार्यक्रम स्थल से निकल चुके थे।
उन्होंने कहा, “मेरे नाम पर किसी ने बदतमीजी नहीं की है। भाजपा कार्यकर्ता के सम्मान से कोई समझौता नहीं होगा, लेकिन सबको संयम बनाए रखना चाहिए।” मंत्री ने समर्थकों के आक्रोश को “स्वाभाविक प्रतिक्रिया” बताते हुए शांति की अपील की।
रालोद की सफाई और शिक्षकों का पक्ष
रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक ने फोन पर कहा कि किसी ने मंत्री का नाम नहीं लिया और न ही कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की। अशोक बालियान ने भी मीडिया से कहा कि उन्होंने किसी के खिलाफ अपशब्द नहीं बोले।
वहीं, कॉलेज के प्रधानाचार्य ने अपने बयान में कहा कि विवाद के दौरान मंत्री का नाम लेकर गाली दी गई थी। इससे शिक्षकों में नाराज़गी है और वे कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मंत्री समर्थक नाराज़, सियासी बयानबाजी तेज
घटना के बाद मंत्री समर्थकों में नाराज़गी साफ देखी गई। देर रात तक कई भाजपा कार्यकर्ता मंत्री के आवास पर जुटे रहे। हालांकि, कपिल देव अग्रवाल ने खुद किसी भी राजनीतिक साजिश की संभावना से इनकार किया और कहा कि “यह मामला आपसी विवाद का है, राजनीति से इसका कोई संबंध नहीं है।”