मुजफ्फरनगर। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक शहीद जवान की बेटी साइबर ठगी का शिकार हो गई। जालसाजों ने उसे पिता की पेंशनर्स गैलेंट्री ग्रांट जारी कराने का झांसा देकर ₹3.62 लाख रुपये हड़प लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खालापार थाना क्षेत्र के मोहल्ला दक्षिणी कृष्णापुरी निवासी विदुषी मलिक के पिता तेजपाल सिंह मलिक, वर्ष 1999 में सीमा पर ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। विदुषी ने बताया कि कुछ दिन पहले उसके मोबाइल पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को बीएसएफ का अधिकारी बताया और कहा कि उसके पिता की पेंशन ग्रांट का मामला निरस्तीकरण कोष में लंबित है, जिसमें लगभग ₹3.70 लाख रुपये मिलने हैं।
आरोपी ने बातचीत में विश्वास जीतने के लिए खुद को अधिकारी का सहायक बताया और एक अन्य व्यक्ति विवेक राजपूत का नंबर साझा किया। इसके बाद विवेक ने अलग-अलग बहानों से रुपये जमा कराने को कहा।
ग्रांट मंजूरी और टैक्स क्लियरेंस के नाम पर पीड़िता से ₹24,600, ₹74,600, ₹97,000 और ₹1.66 लाख की चार किस्तों में रकम वसूल ली गई।
रुपये पांच अलग-अलग बैंक खातों में जमा कराए गए। कुल ₹3.62 लाख देने के बाद जब आरोपियों ने फिर से ₹2.55 लाख के डिमांड ड्राफ्ट की मांग की, तो विदुषी को ठगी का शक हुआ। उसने पैसे भेजने से इंकार करते हुए पुलिस को सूचना दी।
एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापत ने बताया कि मामले में साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आरोपियों के खातों का ब्योरा खंगाला जा रहा है ताकि जल्द गिरफ्तारी की जा सके।