मुजफ्फरनगर की नई मंडी पुलिस ने नशे के नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई करते हुए आंध्रप्रदेश से लाई गई 814 किलोग्राम गांजे की खेप जब्त की है। बरामद माल की अनुमानित कीमत करीब साढ़े चार करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने मौके से ट्रक चालक और क्लीनर को गिरफ्तार किया है, जबकि तस्करी गिरोह का मुख्य सरगना फरार बताया जा रहा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजय वर्मा ने बताया कि मीरापुर-मुजफ्फरनगर मार्ग पर नशे की बड़ी खेप लाए जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद सीओ मंडी राजू साव और इंस्पेक्टर बृजेश शर्मा के नेतृत्व में एक टीम गठित कर सिलाजुड्डी कट पर चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान एक ट्रक को रोककर तलाशी ली गई, तो उसमें बोरों में छिपाकर रखा गया गांजा मिला।

पुलिस ने मौके से इब्राहिमपुर, हरिद्वार निवासी भूषण और सिखेड़ा, हापुड़ निवासी अखलत को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे कई बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में इस तरह की खेप पहुंचा चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह माल आंध्रप्रदेश के विजयनगरम से लाया गया था और मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, कैराना और मेरठ में सप्लाई की जानी थी।

एसएसपी ने बताया कि जब्त गांजे की भारतीय बाजार में कीमत करीब ₹4.5 करोड़ है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत आठ करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है। आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें हर खेप लाने पर ₹20,000 का भुगतान किया जाता था।

“ऑपरेशन सवेरा” अभियान के तहत मुजफ्फरनगर पुलिस अब तक लगभग ₹25 करोड़ मूल्य के मादक पदार्थ जब्त कर चुकी है। इस दौरान कुल 32 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उत्कृष्ट कार्रवाई के लिए एसएसपी ने पुलिस टीम को ₹20,000 के इनाम की घोषणा की।