मुजफ्फरनगर: भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि प्रशासनिक अधिकारी संगठन और किसान आंदोलन के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। उन्होंने मोरना के सर्वेंद्र राठी मामले में पुलिस पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाया और घोषणा की कि आठ अक्टूबर से एसएसपी कार्यालय पर किसान ट्रैक्टर मार्च और अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। टिकैत ने स्पष्ट किया कि किसानों के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं होगा।
पंजाब से जारी किए गए वीडियो संदेश में राकेश टिकैत ने कहा कि अधिकारी बेलगाम हो गए हैं और भाकियू कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों भोपा और रतनपुरी में ऐसे मामलों का हवाला दिया और आरोप लगाया कि मुजफ्फरनगर प्रशासन भी संगठन के खिलाफ साजिश रच रहा है। टिकैत ने कहा कि इसे सफल नहीं होने दिया जाएगा और किसान आंदोलन के लिए तैयार रहें।
पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए सख्त निर्देश
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि संगठन के शीर्ष नेतृत्व की अनुमति के बिना कोई भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी डीएम और एसएसपी से नहीं मिलेगा। विशेष परिस्थिति में केवल वही प्रतिनिधि जाएंगे जिन्हें संगठन भेजेगा। टिकैत ने जोर देकर कहा कि किसान शांतिपूर्ण और गांधीवादी तरीके से ही अपनी मांगों की आवाज बुलंद करेंगे।
धरने की तैयारियां तेज
भाकियू एनसीआर प्रभारी कपिल सोम ने अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की और कहा कि पुलिस प्रशासन किसानों की आवाज दबाना चाहता है। बैठक में आठ अक्टूबर से एसएसपी कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना देने की रणनीति तैयार की गई। बैठक की अध्यक्षता ठाकुर रामकिशन और संचालन बीर सिंह ने किया। बैठक में अन्य नेताओं में सुखपाल, नरेंद्र, दयानंद, रामसेवक, ओमवीर सिंह, जीत सिंह, रघुराज सिंह, जगपाल सिंह और मनोज कुमार मौजूद रहे।
टिकैत ने की थी एसएसपी से बातचीत
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सर्वेंद्र राठी मामले को लेकर एसएसपी संजय वर्मा से मोबाइल पर वार्ता की थी, लेकिन समाधान नहीं निकल सका। इसके बाद प्रवक्ता राकेश टिकैत ने धरने की घोषणा कर दी। संगठन के जिला अध्यक्ष नवीन राठी और मंडल अध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा कि एक-एक कार्यकर्ता को निशाना बनाया जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने किसानों को आंदोलन की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया।