मुजफ्फरनगर के ककरौली थाना पुलिस ने अवैध असलहा की तस्करी करने वाले गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इस कार्रवाई में सात आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो अग्निवीर भर्ती परीक्षा पास कर चुके युवक भी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपित मुजफ्फरनगर और हरिद्वार के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से 14 तमंचे, जिंदा और खोखा कारतूस, बाइक और नगद रुपये बरामद किए गए हैं।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने रविवार को पुलिस लाइन सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि शनिवार देर रात ककरौली थाना पुलिस को सूचना मिली कि आश्रम चौराहे के पास यात्री शेड में कुछ लोग अवैध असलहा लेकर बैठे हैं। पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपितों ने फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपितों में अभिषेक, निखिल, नितिन, विशाल उर्फ गोली, समीर, चिंटू और संजीव शामिल हैं।
जांच में पता चला कि गिरोह के सदस्य इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप्स “रोमियो” और “भौकाल” जैसे नामों से चलाते थे। ग्रुप में नए हथियारों की तस्वीरें डालकर बिक्री करते थे। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि तमंचे पांच हजार रुपये में बेचे जाते थे और भुगतान ऑनलाइन होता था। इस कार्रवाई के लिए एसएसपी ने पुलिस टीम को 15 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की।
गिरफ्तार आरोपितों का आपराधिक इतिहास भी गंभीर है। नितिन पर मीरापुर थाने से पत्नी की हत्या का मामला दर्ज है और अभिषेक पर 2020 में बलवा और दंगा कराने का मुकदमा दर्ज था। वहीं विशाल और समीर बीएससी पास और अग्निवीर भर्ती परीक्षा पास कर चुके हैं, लेकिन आर्थिक लालच में उन्होंने अवैध असलहा की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी थी।
एसएसपी ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। अवैध हथियारों की तस्करी और फायरिंग से लोगों की जान जोखिम में है, इसलिए परिवार को सतर्क रहने की आवश्यकता है।