मुजफ्फरनगर जनपद के मंसूरपुर में बेगराजपुर स्थित किया शोरूम में कार बुकिंग के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपये ठगने वाले मैनेजर मेरठ निवासी जुहेब हसन खान को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को उससे 20 लाख नगद बरामद हुए।
उसके व उसकी पत्नी के खातों में व 35 लाख रुपये फ्रिज कराए गए। तीन कार भी बरामद की गई। पिछले सवा साल में आरोपी डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुके है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खातों को खंगालना शुरू किया है।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मंसूरपुर थाना क्षेत्र के किया शोरूम के मैनेजर मेरठ के थाना देहली गेट के तंदूर वाली गली कोटला निवासी जुहेब हसन खान को गिरफ्तार किया है। उस पर किया शोरूम में एडवांस कार बुकिंग करने के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपये ठगने का आरोप है।
उससे 20 लाख नगद बरामद हुए है। 35 लाख रुपये उसके व उसकी पत्नी के खातों में फ्रिज कराए तथा तीन कार भी बरामद की गई। उसके पिता सहित पांच आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। तीन कार बरामद की गई। यह तीनों कार रिसेल के नाम पर मंगाई थी। जिन्हें वापस नही किया गया।
ठगी का मास्टर माइंड है जुहैब
गिरफ्तार जुहैब हसन खान एडवांस बुकिंग कर डेढ़ करोड की ठगी का मास्टर माइंड है। उसने अपने पिता व शोरूम के कर्मचारियों के साथ मिलकर ग्राहकों के साथ ठगी की थी। यह सभी ग्राहकों से नई कार की बुकिंग करने और पुरानी कार एक्सचेंज करने के नाम पर फर्जी रसीद देकर पैसे ठग लेते थे। रिसेल के नाम पर भी कार मंगा लेते थे। जिसे वापस न कर दूसरे को बेचने के नाम भी पैसे वसूलते थे। बुकिंग की फर्जी रशीद दी जाती थी।
एक दर्जन मुकदमे है दर्ज
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी सहित 16 कर्मचारियों के खिलाफ मंसूरपुर थाने में 12 मुकदमे दर्ज है। शोरूम मालिक मेरठ निवासी अभिषेक जैन ने भी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। वह ग्राहकों को सस्ती गाड़ी देने का लालच देकर बुकिंग के नाम पर रुपये लेता था और फर्जी रशीद देता था।
उसके खिलाफ अब तक 12 मुकदमे दर्ज हो चुके है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को जुहेब हसन खान को दौलतपुर-मनव्वरपुर रजबहे के पास से गिरफ्तार किया है।
कंप्यूटर पर बनाते थे रशीद
एसपी सिटी ने बताया कि जुहैब हसन खान व उसके साथी ग्राहकों को फर्जी रसीद देते थे। यह रसीद कंप्यूटर पर बनाई जाती थी, लेकिन उनकी एंट्री शोरूम के सिस्टम पर नहीं होती थी। रशीद की डिटेल्स भी नहीं दिखती थी।
हेल्पलाइन कर्मचारी की भी मिलीभगत थी
शातिर ने पूरा जाल फैलाया था। उसने शोरूम की ग्राहक हेल्पलाइन नंबर पर तैनात कर्मचारी को भी अपने साथ मिलाया हुआ था। वह शिकायत कर्ताओं के बारे में जानकारी देता था। इसके बाद शिकायतकर्ता को मना लिया जाता था।
यह था मामला
फरवरी माह में कुछ लोगों ने शोरूम पर पहुंच कर एडवांस बुकिग करने के बाद भी कार न मिलने व रुपये जमा कराने की रशीद दिखाते हुए हंगामा किया था। इसके बाद पुलिस ने मामला संभाला था। शोरूम मालिक से पुलिस ने कई लोगों के रुपये वापस कराए थे। बाद में मुकदमे दर्ज किए गए। पुलिस ने शोरूम मालिक सहित एक दर्जन लोगों की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए थे।