मुजफ्फरनगर: शाहपुर थाना पुलिस ने अवैध असलहा की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। कार्रवाई में 10 हजार रुपये के इनामी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि गिरोह के तीन अन्य सदस्य अभी फरार हैं। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से पांच पिस्टल, दस तमंचे, मस्कट और 34 कारतूस बरामद किए गए हैं।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने प्रेसवार्ता में बताया कि मंगलवार सुबह लगभग चार बजे पुलिस को सूचना मिली कि वहलना-पीनना मार्ग पर मीरापुर बाईपास के पास कुछ लोग अवैध असलहा सप्लाई करने के लिए घूम रहे हैं। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने बदमाशों को घेर लिया और हरिद्वार निवासी तसव्वर (ग्राम निरंजनपुर, थाना लक्सर), अरमान और इकरार (ग्राम सुल्तानपुर, थाना लक्सर) को गिरफ्तार किया।
एसएसपी ने कहा कि तसव्वर पर पहले से ही हरिद्वार के थाना रानीपुर, पुरकाजी और भोपा में आर्म्स एक्ट और डकैती के तीन मुकदमें दर्ज हैं। वहीं, अरमान दस महीने पहले बलात्कार के मामले में जेल से बाहर आया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है, जो अवैध असलहा सस्ते में खरीदकर उच्च दाम पर सप्लाई करता है।
एसएसपी ने बताया कि चार अगस्त को थाना भोपा पुलिस ने इसी गिरोह पर कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। तसव्वर उस समय वांछित था और उसके लिए इनाम घोषित किया गया था। इस गिरोह पर अब गैंग्स्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस टीम के सराहनीय कार्य के लिए एसएसपी ने शाहपुर थाना टीम को 15 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की। प्रेसवार्ता में एसपी देहात आदित्य बंसल, सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह और थानाध्यक्ष मोहित चौधरी मौजूद रहे।
ढाई माह में 87 अवैध असलहा बरामद
एसएसपी ने कहा कि जनपद की पुलिस ने पिछले ढाई महीनों में अवैध असलहा गिरोह के खिलाफ विशेष अभियान चलाया है। विभिन्न थानों की टीमों ने 87 असलहा बरामद किए हैं, जिनमें 24 पिस्टल, सात मस्कट और राइफल समेत अन्य हथियार शामिल हैं।