मुजफ्फरनगर के खालापार थाना क्षेत्र के सुजडू इलाके में पुलिस ने फायरिंग के आरोपी की तलाश में एक घर पर छापा मारा। छापे का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पुलिसकर्मी दरवाजे पर लात मारकर घर में घुसते दिखाई दे रहे हैं। वहीं, एक अन्य वीडियो में घर का सामान बिखरा हुआ और टूटा-फूटा नजर आ रहा है।

इन वीडियो के आधार पर स्थानीय लोगों ने पुलिस पर तोड़फोड़ और हंगामा करने के आरोप लगाए हैं। हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मौके पर मौजूद लोगों ने उनके साथ बदसलूकी की, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

क्या है पूरा मामला?

थाना प्रभारी महावीर सिंह चौहान के मुताबिक, रविवार रात डीजे की तेज आवाज की शिकायत पर पुलिस सुजडू पहुंची थी। वहां मौजूद युवक वही था, जिस पर 10-15 दिन पहले हवाई फायरिंग कर डर फैलाने का केस दर्ज हुआ था। तभी से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन पुलिस को देखकर वह मौके से भाग निकला।

इसके बाद वहां मौजूद कुछ महिलाओं और युवक के साथियों ने पुलिस के साथ अभद्रता की, जिस पर हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

पुलिस का पक्ष

थाना प्रभारी चौहान ने कहा कि पुलिस ने कोई तोड़फोड़ नहीं की और ना ही जानबूझकर किसी का नुकसान किया। पुलिस का मकसद केवल आरोपी को पकड़ना था, जो फरार हो गया। उन्होंने कहा कि वीडियो में जो कार्रवाई दिख रही है, वह भीड़ को नियंत्रित करने के लिए की गई थी।

हालांकि, वीडियो में दिख रहे दृश्यों से स्थानीय लोगों में नाराजगी है। दरवाजे पर लात मारते पुलिसकर्मी और घर का बिखरा सामान देख लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या पुलिस ने जरूरत से ज्यादा सख्ती दिखाई। थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।