मुजफ्फरनगर। नगर पालिका के निर्माण कार्यों में फर्जी दस्तावेज़ों के इस्तेमाल का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले फर्जी एफडीआर के मामले ने सुर्खियाँ बटोरी थीं, अब एक ठेकेदार द्वारा जमा किए गए अनुभव प्रमाण पत्र में गड़बड़ी सामने आई है। यह मामला 27 अक्टूबर को खुले टेंडरों की जांच के दौरान प्रकाश में आया।
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए निर्माण विभाग के सहायक अभियंता (एई) को प्रमाण पत्र की जांच के निर्देश दिए हैं।
नगर पालिका क्षेत्र में हर साल करोड़ों रुपये के विकास कार्य किए जाते हैं। निर्माण विभाग इन परियोजनाओं के लिए प्रस्ताव तैयार कर बोर्ड से स्वीकृति लेता है। स्वीकृति के बाद निविदा प्रक्रिया पूरी कर कार्य शुरू किए जाते हैं।
हालांकि, हाल के महीनों में टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ियों की शिकायतें बढ़ी हैं। पहले फर्जी एफडीआर प्रस्तुत करने का मामला सामने आया था और अब अनुभव प्रमाण पत्र से छेड़छाड़ का मामला पालिका प्रशासन के लिए नई चुनौती बन गया है।
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने कहा कि निर्माण कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही या फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि संदिग्ध दस्तावेज़ों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।