मुजफ्फरनगर। महाराष्ट्र के ठाणे रेलवे स्टेशन से 9 साल पहले लापता हुआ युवक जमीत कुमार आखिरकार अपने घर लौट आया। दिल्ली में एक मुस्लिम परिवार के पास रहने के बाद अब वह अपने परिजनों के बीच खुशी का कारण बन गया।

भोपा थाना क्षेत्र के गांव सीकरी के मजरे योगेन्द्र नगर निवासी जमीत का परिवार 2016 में ठाणे, महाराष्ट्र में गन्ने के कोल्हू पर मजदूरी करने गया था। घर लौटने के लिए वे दिल्ली आने वाली ट्रेन में सवार हुए थे, लेकिन ट्रेन में चहल-पहल के बीच जमीत अचानक लापता हो गया। हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर उसकी काफी तलाश की गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला।

पूर्व प्रधान इरफ़ान अली अप्पी ने बताया कि जमीत के लापता होने के सदमे में उसके पिता नवला की मृत्यु हो गई। हाल ही में गांव का एक व्यक्ति, जो दिल्ली के सराय काले खां क्षेत्र में टाइल्स लगाने गया था, उसने जमीत को वहां देखा। इसके बाद परिवार को इसकी सूचना दी गई।

जमीत के भाई गुड्डू, सोनू और बहन ज्योति दिल्ली पहुंचे और इरफ़ान अली के सहयोग से शाहनवाज से मिले, जिनके पास जमीत रह रहा था और लोग उसे ‘मुंशी’ के नाम से जानते थे। रविवार को 21 वर्षीय जमीत के घर लौटने पर परिवार में खुशी का माहौल रहा। माता बसंती और उसके तीन भाईयों ने जमीत को गले लगाकर प्यार भरी भावनाएँ जताईं।