मुजफ्फरनगर। पिछले 11 वर्षों से लंबित नौ सूत्रीय मांगों को लेकर एनआरएलएम के कर्मचारियों ने बुधवार को कार्य बहिष्कार किया। जिले में काम कर रहे करीब 33 कर्मचारी इस हड़ताल में दो दिन तक शामिल रहेंगे। लम्बित मांगों को लेकर सभी कर्मचारियों ने विकास भवन में धरना दिया।
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जनपद अध्यक्ष संदीप कुमार ने कहा कि कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में शामिल हैं – बिना किसी कटौती के वेतन वृद्धि का तुरंत भुगतान, एनआरइटीपी-वीपी कर्मियों का 14 महीने से लंबित वेतन जारी करना, 30 दिनों के भीतर मेडिकल और जीवन बीमा लागू करना। इसके अलावा, अंतर-जिलों के स्थानांतरण पर लगी रोक हटाने और दूरस्थ जिलों में तैनात कर्मियों को निकटतम जिलों में स्थानांतरित करने की भी मांग की गई।
उन्होंने बताया कि स्वीकृत पदों की तुलना में कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण प्रत्येक कर्मचारी पर 3-4 लोगों का कार्यभार है। इसलिए नए पदों पर भर्ती 40 दिनों के भीतर पूरी करने और दिवंगत कर्मचारियों के परिवार को शेष सेवा अवधि तक वेतन का भुगतान करने की भी मांग शामिल है। इसके साथ ही दुर्घटना या गंभीर बीमारी की स्थिति में चिकित्सा व्यय और वेतन हानि की भरपाई की भी अपील की गई।
धरने में संदीप कुमार, हरीओम, रजत गुप्ता, निशा, प्रियंका और हरेन्द्र सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।