मुजफ्फरनगर। जिला कारागार में जीएसटी चोरी के मामले में बंद पूर्व विधायक शाहनवाज राना से बरामद मोबाइल प्रकरण में नई मंडी कोतवाली पुलिस ने उनके समधी एवं पूर्व विधायक मौहम्मद गाजी को नोटिस भेजा है। पुलिस ने सिम बरामद मामले में उनको थाने पर बुलाकर जवाब तलब किया है। मोबाइल में प्रयोग होने पर वाला पूर्व विधायक मौहम्मद गाजी के नौकर की आईडी पर लिया गया था। 5 दिसम्बर को पूर्व सांसद कादिर राणा की फैक्ट्री में जीएसटी टीम ने छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान जीएसटी टीम पर हमला कर गाड़ी में तोड़फोड़ करते हुए महिला अधिकारियों से अभद्रता की गयी थी। हालांकि इस मामले में पूर्व विधायक शाहनवाज राना को जमानत मिल चुकी है। वर्तमान में पूर्व विधायक जीएसटी चोरी के मामले में जेल में बंद है। जिला कारागार में तलाशी के दौरान पूर्व विधायक से एक मोबाइल बरामद हुआ था, जिसके संबंध में नई मंडी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गयी थी। इस प्रकरण के बाद प्रशासनिक आधार पर पूर्व विधायक शाहनवाज राना को चित्रकूट जेल स्थानांतरित कर दिया था। पुलिस ने मोबाइल प्रकरण में गहनता से जांच की तो सिम आमिर निवासी समना सराय शेरकोट बिजनौर की आईडी पर मिला।

आमिर पूर्व विधायक शाहनवाज राना के समधी एवं बिजनौर जनपद के बढ़ापुर सीट से पूर्व मौहम्मद गाजी के यहां नौकरी करता है। पुलिस ने आमिर को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने सिम अपनी आईडी पर लेकर मौ. गाजी को दिया था। इस संबंध में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि पुलिस पूछताछ में आमिर ने सिम मौ. गाजी को देने की बात कही थी। इसी आधार पर पूछताछ के लिए मौ. गाजी उनका पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया गया है। सिम व मोबाइल पूर्व विधायक शाहनवाज राना तक कैसे पहुंचा। उसकी गहनता से जांच की जा रही है। मौ. गाजी को थाने से नोटिस भिजवा दिया गया है।