मुजफ्फरनगर। जिला कारागार में पूर्व विधायक शाहनवाज राणा से बरामद मोबाइल के मामले में नई मंडी कोतवाली पुलिस ने उनके समधी एवं बिजनौर जनपद के बढ़ापुर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी को देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। नोटिस मिलने के बाद बुधवार को पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी नई मंडी थाने पहुंचे थे। देर रात एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने पूर्व विधायक की गिरफ्तारी की पुष्टि की। जीएसटी चोरी के मामले में जिला कारागार में बंद पूर्व विधायक शाहनवाज राणा से पृथकवास बैरक से चेकिंग के दौरान मोबाइल बरामद किया गया था। इस मामले में थाना नई मंडी में जेलर की तरफ से पूर्व विधायक शाहनवाज राणा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि मोबाइल में प्रयोग हो रहा सिम आमिर निवासी समना सराय शेरकोट, बिजनौर की आईडी पर लिया गया था। आमिर पूर्व विधायक शाहनवाज राणा के समधी पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी के यहां नौकरी करता है। उसके बाद पुलिस ने मो. गाजी को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। बुधवार मो. गाजी अपना पक्ष रखने के लिए नई मंडी थाने पर पहुंचे। पुलिस ने उनसे घंटों पूछताछ की। पूछताछ में मोहम्मद गाजी ने बताया कि अपने नौकर की आईडी पर सिम लेकर पूर्व विधायक शाहनवाज राणा के परिवार को उन्होंने ही उपलब्ध कराया था। उसके बाद सिम पूर्व विधायक को भेजा गया था। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मो. गाजी ने अपने नौकर आमिर की आईडी पर कूटरचित तरीके से सिम निकलवाया था, क्योंकि नौकर की आइडी उसके पास पहले से रखी हुई थी। उसके बाद सिम को पूर्व विधायक शाहनवाज राणा के परिवार को भेजा गया। कुछ दिन शाहनवाज के परिवार के एक व्यक्ति ने इस सिम का प्रयोग किया। उसके बाद जिला कारागार में शाहनवाज को मुलाकात के दौरान सिम दिया गया। मोबाइल प्रकरण में मो. गाजी को मुलजिम बनाया गया है। इस मुकदमे में कूटरचित तरीके से सिम उपलब्ध कराने व धोखाधड़ी की धाराएं बढ़ाई जा रही हैं।