छपार (मुजफ्फरनगर)। गांव खुड्डा के लापता कार चालक सुहेब की तलाश आखिरकार एक दर्दनाक अंत पर पहुँची। करीब दस दिन से गुम सुहेब का शव शुक्रवार देर रात सहारनपुर जिले के बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र की मोहंड चौकी के पास जंगल में सड़ी-गली अवस्था में मिला। परिजनों ने पैर के अंगूठे पर चोट के निशान देखकर उसकी पहचान की। परिवार का आरोप है कि अज्ञात लोगों ने उसकी हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया। तीन दिन पहले ही उसकी कार शामली जिले में जली हालत में बरामद हुई थी।

बुकिंग पर चलाता था कार

छपार थाना क्षेत्र के गांव खुड्डा निवासी 22 वर्षीय सुहेब पुत्र शराफत अपनी वरना कार को बुकिंग पर चलाया करता था। बीते 7 अक्टूबर की शाम वह गाड़ी लेकर बुकिंग पर निकला था, लेकिन इसके बाद घर नहीं लौटा।

गुमशुदगी से लेकर हत्या तक की कहानी

परिजनों ने 10 अक्टूबर को छपार थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। तीन दिन पूर्व शामली के झिंझाना थाना क्षेत्र में उसकी कार जली अवस्था में मिली, जिससे आशंका गहरा गई कि उसके साथ कोई बड़ी वारदात हुई है।

मोबाइल लोकेशन ने खोला सुराग

पुलिस को सुहेब के मोबाइल की अंतिम लोकेशन सहारनपुर जनपद के बिहारीगढ़ क्षेत्र में मिली थी। शुक्रवार देर रात वहीं के मोहंड पुलिस चौकी क्षेत्र के खेत में एक युवक का शव मिलने की सूचना पर पुलिस पहुँची। पहचान होने के बाद पुष्टि हुई कि शव सुहेब का ही है।

हत्या की आशंका और जांच जारी

छपार थाना प्रभारी मोहित सहरावत और मृतक के परिजन मौके पर पहुँचे। पुलिस को संदेह है कि सुहेब की हत्या उसी दिन (7 अक्टूबर) को कर दी गई थी। हत्या के बाद कार को झिंझाना क्षेत्र में जला दिया गया और शव को जंगल में फेंक दिया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जिसके बाद शनिवार शाम उसे गांव खुड्डा लाकर सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

छपार थाना प्रभारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है, इसलिए मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। सुहेब की गुमशुदगी की रिपोर्ट को अब हत्या के मुकदमे में परिवर्तित किया जा रहा है। उनका मोबाइल फोन अभी बरामद नहीं हुआ है। पुलिस की कई टीमें मामले की जांच में जुटी हैं और जल्द ही घटना का खुलासा करने का दावा किया गया है।

नई ज़िंदगी शुरू ही हुई थी

सुहेब का विवाह लगभग एक वर्ष पूर्व तमन्ना नाम की युवती से हुआ था। महज़ 25 दिन पहले ही उनके घर बेटे का जन्म हुआ था। परिवार में माता-पिता, पत्नी, चार भाई और एक छोटी बहन है। बेटे के जन्म की खुशी के कुछ ही दिनों बाद यह दर्दनाक घटना पूरे परिवार पर ग़म का पहाड़ बनकर टूटी है।