मुजफ्फरनगर। जिले में कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री फैलाकर धार्मिक तनाव पैदा करने की साजिश के मामले में पुलिस ने तीन और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शुक्रवार को ककरौली थाना पुलिस द्वारा की गई।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान नवाब राणा (निवासी तितावी, मुजफ्फरनगर), अयूब (निवासी मेरठ) और सलीम (निवासी बड़ौत) के रूप में हुई है। पुलिस ने इन्हें नावला कट, मेरठ और मुजफ्फरनगर बस स्टैंड से दबोचा। इनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं।
फर्जी वीडियो के ज़रिए फैलाया गया था भ्रम
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने "भाई-चारा ग्रुप", "वार्ड मेंबर न्यूज ग्रुप", "लाइफ ब्यूटीफुल ग्रुप" और "मलिक ग्रुप" नामक व्हाट्सएप समूहों पर एक आपत्तिजनक वीडियो और ऑडियो साझा किया था। वीडियो में खून से सने शव और घायल महिलाओं-बच्चों के दृश्य दिखाए गए थे, जबकि ऑडियो में झूठा दावा किया गया कि यह घटना उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में बजरंग दल द्वारा मुस्लिम परिवारों पर हमले की है।
इस फर्जी वीडियो को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की अपील भी की गई थी, जिससे जिले में सांप्रदायिक तनाव फैलने की आशंका थी।
अब तक 10 आरोपी हो चुके गिरफ्तार
एसएसपी संजय वर्मा के अनुसार, इस मामले में अब तक कुल 10 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में UAPA, आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है।