मुजफ्फरनगर में एचआईवी संक्रमण के तीन नए मामले सामने आए हैं, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। जानकारी के अनुसार, हाल ही में आयोजित एक रक्तदान शिविर के दौरान खून की जांच में एक व्यक्ति एचआईवी पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उसके परिवार के अन्य सदस्यों की जांच कराई, जिसमें उसकी पत्नी और तीन वर्षीय बेटा भी संक्रमित पाए गए। तीनों का इलाज अब जिला अस्पताल के एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी (एआरटी) सेंटर में शुरू कर दिया गया है।

इस बीच, एचआईवी पॉजिटिव दंपती के नवजात शिशु की मेरठ मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, संक्रमित महिला को प्रसव के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया था, जहां बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर उसे नर्सरी में भर्ती कराया गया। छह दिन तक उपचार के बाद नवजात ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों के अनुसार, बच्चे की मौत सांस की नली में दिक्कत के कारण हुई।

जिला अस्पताल स्थित एआरटी सेंटर के रिकॉर्ड के मुताबिक, वर्ष 2004 में केंद्र की स्थापना के बाद से अब तक जिले में 3,500 से अधिक एचआईवी पॉजिटिव मरीजों का पंजीकरण कर उपचार शुरू किया जा चुका है।

एआरटी सेंटर के मेडिकल ऑफिसर डॉ. मुजीबुर्रहमान ने कहा कि एचआईवी संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता और सतर्कता बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि संक्रमित पाए जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को समय पर पंजीकरण कराकर नियमित उपचार लेना चाहिए, जिससे संक्रमण नियंत्रित रखा जा सके।