मुज़फ्फरनगर। कांवड़ यात्रा के दौरान पाकिस्तान के खून-खराबे वाले वीडियो को मुरादाबाद जनपद का बताकर व्हाट्सएप ग्रुपों में वायरल करने वाले दो और आरोपियों को भोपा पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों के पास से दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं, जिनसे वीडियो साझा की गई थी। आरोपी वीडियो के माध्यम से सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की साजिश में शामिल थे। अब तक इस प्रकरण में पुलिस कुल 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

पुलिस अधीक्षक देहात आदित्य बंसल ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान ककरौली क्षेत्र के तीन युवकों ने पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ की हिंसा की वीडियो को मुरादाबाद की बताकर एक व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल किया था। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर साजिश को विफल कर दिया था। बाद में इसी केस में दस और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

सोमवार को भोपा थाना प्रभारी ओमप्रकाश सिंह ने टीम के साथ कार्रवाई करते हुए फुरकान अली निवासी जौला (थाना बुढ़ाना) और सलीम निवासी जौला को गिरफ़्तार किया। आरोपियों ने पाकिस्तान की उक्त वीडियो को ‘इंडियन ग्रुप’, ‘जिला पंचायत वार्ड 22 जौला ग्रुप’ और ‘मुस्लिम राजपूत संगठन जौला ग्रुप’ में वायरल किया था।

अब तक पुलिस जिन 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, उनमें शामिल हैं:

  • 21 जुलाई: नदीम, मनशेर और रहीस निवासी ककरौली
  • 22 जुलाई: नईमुद्दीन, फईमुद्दीन (लद्दावाला), जमीरूद्दीन (मंसूरपुर), शालिक (मिमलाना रोड)
  • 25 जुलाई: नवाब राणा (छतेला), अयूब (पथौली, मेरठ), सलीम (किदवई नगर, बड़ौत)
  • 26 जुलाई: जावेद (जसड़, मेरठ), हसमत और जावेद (अनवाड़ा व जौला, थाना रतनपुरी व बुढ़ाना)

पुलिस फिलहाल आरोपियों के मोबाइल की तकनीकी जांच में जुटी है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।