मुजफ्फरनगर: सोमवार को नगर पालिका की बोर्ड बैठक में शहर में बढ़ती समस्याओं को लेकर तेज बहस हुई। मुख्य रूप से आवारा कुत्तों की समस्या और कंपनी बाग में हरे-भरे पेड़ों के कटने को लेकर सभासदों और अधिकारियों के बीच मतभेद देखने को मिला।
बैठक की अध्यक्षता नगर पालिका की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने की। वंदे मातरम के साथ शुरू हुई बैठक में सभासदों ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय प्रताप शाही पर शहर में आवारा कुत्तों को पकड़ने में लापरवाही बरतने और बैठक में देर से आने का आरोप लगाया। अधिकारियों के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर सभासदों ने हंगामा किया, जिसके बाद पालिका के ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने लिखित स्पष्टीकरण मांगा।
सीएमवीएनवाई योजना के तहत कंपनी बाग में किए जा रहे सुंदरीकरण कार्य को लेकर भी विरोध हुआ। सभासदों का आरोप था कि इस काम में हरे और फलदार पेड़ काटे जा रहे हैं। इस पर निर्णय लिया गया कि वन विभाग से नुकसान का आकलन कराकर कार्यदाई संस्था सीएनडीएस से जुर्माना वसूला जाएगा।
साथ ही वार्ड सभासद देवेश कौशिक ने एलईडी लाइट की गुणवत्ता पर सवाल उठाया और घटिया सामग्री के इस्तेमाल का मुद्दा उठाया। हालांकि, चर्चा और विरोध के बावजूद शहर में विकास से जुड़े कुल 128 प्रस्तावों को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई।
बैठक में सभासद राजीव शर्मा, मनोज वर्मा, रजत धीमान, मोहम्मद खालिद, बॉबी त्यागी, सीमा जैन, कुसुमलता पाल सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।