सहारनपुर। अवैध खनन पर निगरानी के दौरान अधिकारियों की मोबाइल लोकेशन लीक करने का मामला सामने आया है। इस मामले में सदर बाजार थाना क्षेत्र से दो युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच में सामने आया है कि दोनों युवक खनन माफिया को अफसरों की लोकेशन की जानकारी व्हाट्सएप ग्रुप के ज़रिए भेजते थे।

संग्रह महीन अनिल जैन की तहरीर पर दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, 28 अक्तूबर की रात एसडीएम सदर की टीम ऑफिसर्स कॉलोनी के पास खनन विरोधी अभियान चला रही थी। तभी दो युवक मोटरसाइकिल से बार-बार टीम के आस-पास घूमते दिखाई दिए। संदेह होने पर टीम ने दोनों को मौके पर पकड़ लिया।

पूछताछ में युवकों ने अपना नाम मोहम्मद अरशद निवासी मानकमऊ और यासीन निवासी लोधीपुर (शामली) बताया। जब उनके मोबाइल की जांच की गई तो खुलासा हुआ कि वे एक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए एसडीएम, खनन विभाग और पुलिस अधिकारियों की लाइव लोकेशन साझा कर रहे थे। इसके अलावा वॉइस रिकॉर्डिंग और संदेशों से भी सूचनाएं लीक की जा रही थीं।

सदर बाजार पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोग कौन हैं और इनका सीधा संबंध किन खनन ठेकेदारों या माफिया से है।

साइबर ठगी पर पुलिस का एक्शन

सहारनपुर पुलिस ने साइबर अपराधियों पर नकेल कसते हुए इस साल 1694 मोबाइल नंबर और 1945 आईएमईआई नंबर बंद कराए हैं। साइबर ठगी से जुड़ी शिकायतों में 2.33 करोड़ रुपये फ्रीज कराए गए, जिनमें से एक करोड़ रुपये से अधिक रकम पीड़ितों के खातों में वापस भी कराई गई है।