उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में 121 श्रद्धालुओं की मौत हुई

उत्तराखंड स्थित पवित्र चारधाम की यात्रा (Chardham Yatra) पर लाखों की संख्या में तीर्थयात्री (Pilgrim) देशभर से आ रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस साल अब तक चार धामों में दर्शन के लिए 13 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। जबकि अभी यात्रा के एक माह भी ठीक से पूरे नहीं हुए हैं। तीर्थयात्रियों की रिकॉर्ड संख्या में आमद के साथ-साथ यात्रा के दौरान होने वाली मौतों की संख्या में काफी बढ़ी है। चारधाम यात्रा प्रबंधन के मुताबिक, अब तक 121 श्रद्धालु यात्रा के दौरान अपनी जान गंवा (Death Of Devotees) चुके हैं।

एक माह से भी कम समय में इतनी मौतें डराने वाली है। लगातार हो रही तीर्थयात्रियों की मौत (Pilgrims Death) सरकार के प्रबंधन पर सवाल खड़े कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अधिकतर मौतों का कारण हार्ट अटैक (Heart Attack) है। मृतकों में बुजुर्ग और किसी बीमारी से पहले ही ग्रस्ति लोगों की संख्या अधिक है।

मृतकों के आंकड़े ने तोड़े रिकॉर्ड

उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चार धाम- बद्रीनाथ (Badrinath), केदारनाथ (Kedarnath), यमुनोत्री (Yamunotri) और गंगोत्री (Gangotri) के रास्ते में हार्ट संबंधी समस्याओं (Heart Disease) के कारण तीर्थयात्रियों की मौत की घटनाएं हर साल होती हैं। मगर इसबार संख्या कहीं अधिक है। बीते सालों के आंकड़ों से स्पष्ट है कि साल 2019 में 90, वर्ष 2018 में 102, वर्ष 2017 में 112 चारधाम तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई थी। 2020 और 2021 के लिए यह आंकड़ा काफी कम था क्योंकि महामारी के कारण यात्रा में कटौती की गई थी। उपरोक्त आंकड़े पूरे सीजन यानि छह माह के हैं। लेकिन 2022 में एक माह से कम समय में ही मृतकों का आंकड़ा 121 पर पहुंच गया है, जो कि चिंतित करने वाले है।

बता दें कि अक्षय तृतीया पर तीन मई 2022 को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने पर चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) की शुरूआत हुई थी, जबकि केदारनाथ (Kedarnath) के कपाट छह मई को और बद्रीनाथ (Badrinath) के कपाट आठ मई को खुले थे। बताया जा रहा है कि इस बार चारधाम यात्रा में भीड़ इसलिए अधिक उमड़ रही है क्योंकि बीते दो साल से यात्रा कोरोना (Corona Virus) के कारण प्रभावित हुई थी।

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