उत्तराखंड में सोमवार की सुबह चार धाम मार्ग पर भारी भूस्खलन हो गया। भूस्खलन की वजह से गंगोत्री हाइवे बंद हो गया है। बीआरओ के जवान मलबा हटाने में जुटे हैं, तानी जल्द से जल्द बाधित यातायात की बहाली हो सके। हालाँकि मार्ग खुलने में वक्त लग सकता है।
दरअसल, उत्तराखंड में बारिश होने से क्षेत्र के बेहद संवेदनशील सुनगर के पास भारी भूस्खलन हो गया। भूस्खलन की दृष्टि से ये क्षेत्र संवेदनशील है। भूस्खलन के कारण गंगोत्री जाने वाले मार्ग पर मलबा गिरने से हाईवे का रास्ता बंद हो गया है। ऐसे में यातायात भी ठप हो गया।
भूस्खलन की जानकारी होते ही मौके पर बीआरओ के जवान पहुँच गए और मशीनों की मदद से मलबा हटाने के काम में जुट गए हैं। हालंकि रुक-रुक कर बोल्डर गिरने की वजह से बीआरओ जवान यातायात बहाली में फिलहाल सफल नहीं हो सके हैं।
पहले भी हो चुका भूस्खलन
बता दें कि हफ्ते भर पहले भी बारिश के कारण सुनगर में पहाड़ खिसकने से गंगोत्री हाईवे बंद हो गया था और कड़ी मशक्कत के बाद ही रास्ता साफ कराकर यातायात को दोबारा शुरु किया गया था। उस दौरान हाईवे का रास्ता बंद होने से गंगोत्री धाम व भारत-चीन सीमा स्थित अग्रिम चौकियों के साथ ही कई गांव अलग-थलग पड़ गए थे।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने हालात का जायजा लेने के बाद बताया था कि सुनगर भूस्खलन वाले हिस्से में बीआरओ दो व्हील डोजर, एक कंप्रेशर, एक टिपर और बीस मजदूर के साथ काम कर मार्ग बहाली के प्रयास में जुटी हुई है। उन्होने बताया थी कि भारी बोल्डरों को हटाने और रुक-रुक कर भूस्खलन होने से काम करने में दिक्कत हो रही थी। हालांकि बीआरओ के जवानों ने देर शाम तक मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही लायक सड़क तैयार कर दी थी।