कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन का पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र पर गंभीर असर पड़ा है। इसके अलावा चारधाम यात्रा रद्द होने से भी राज्य में इन क्षेत्रों पर संकट आ गया है। कैब और होटल संचालक संदीप गुप्ता का कहना है कि वाहन चालकों की स्थिति बेहद दयनीय हो गई है। अप्रैल, मई और जून मुख्य सीजन होते हैं लेकिन पिछले दो साल से सब बर्बाद हो गया है। उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि अगले 10 साल तक स्थिति पटरी पर आ पाएगी। हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि कर्ज पर ब्याज न लिया जाए और बिजली पर हमें सब्सिडी दी जाए। गुप्ता ने कहा कि अब मामले 300 से कम हो गए हैं तो सरकार को चारधाम यात्रा को शुरू कर देना चाहिए।