प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर विवादित बयान देने के मामले में वाराणसी के पिंडरा से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के खिलाफ शनिवार को फूलपुर थाने में राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया। अमर्यादित भाषा का प्रयोग, राजित तारा गांव में बगैर अनुमति के जनसभा सहित अन्य आरोपों में फ्लाइंग स्क्वॉयड टीम (एफएसटी) के उप निरीक्षक रामकृष्ण यादव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा के अनुसार, भड़काऊ भाषण पर आरओ से तीन दिन में जांच कराई गई थी। अजय राय को नोटिस देकर जवाब मांगा गया। इस मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
पिंडरा विधानसभा के एफएसटी प्रथम के उप निरीक्षक रामकृष्ण यादव के अनुसार, 31 जनवरी को राजित तारा गांव में अजय राय ने बगैर अनुमति के जनसभा और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री पर अमर्यादित टिप्पणी की, इससे आम जनमानस के बीच शत्रुता पैदा हो सकती है और क्षेत्र में अशांति फैल सकती है। वहीं भीड़ जुटाकर कोविड गाइडलाइन का भी उल्लंघन किया गया।
इस प्रकरण पर जांच के बाद मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया। सीओ पिंडरा अभिषेक पांडेय ने बताया कि राजद्रोह सहित विभिन्न आरोपों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हालांकि अजय राय के मुताबिक उन्होंने सात मार्च के बाद देश से योगी-मोदी नहीं बल्कि राशन की दुकानों पर मिल रहे खराब नमक को मिट्टी में मिलाने की बात कही थी।
अजय बोले- मुकदमा राजनीतिक, डर गई है सरकार
पूर्व विधायक अजय राय ने अपने ऊपर दर्ज मुकदमे को राजनीतिक बताया और कहा कि वीडियो में ऐसा कुछ नहीं बोला था और इसे भाजपा की आईटी सेल ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया। यह सरकार अपनी हार की आशंका से डरी हुई है और दमन की कार्रवाई पर उतर आई है।