वरुण एक फाइटर हैं, वह जिंदगी की जंग जरूर जीतेंगे: पिता कर्नल वरुण सिंह

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। भारतीय वायु सेना अधिकारी ने बताया कि कैप्टन की सेहत अब भी ठीक नहीं है। हालांकि उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इस समय बेंगलुरू के कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा है। दरअसल, आठ दिसंबर को हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचने वाले वे अकेले व्यक्ति हैं। दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की जान चली गई थी।

वरुण एक फाइटर हैं, वह जिंदगी की जंग जरूर जीतेंगे: कर्नल वरुण सिंह के पिता 
इस बीच वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता का कहना है कि उनके बेटे एक फाइटर हैं, जिंदगी की जंग जरूर जीतेंगे। वरुण सिंह के पिता कर्नल केपी सिंह (रिटायर्ड) ने फोन पर बताया कि मेरा बेटे की हालत में इतना उतार-चढ़ाव हो रहा है कि वह कैसा है, यह बताना बेहद मुश्किल है। कर्नल केपी सिंह भोपाल में रहते हैं। उन्होंने कहा कि उनके बेटे के स्वास्थ्य पर हर घंटे नजर रखी जा रही है।

दस साल पहले सेना से रिटायर हुए कर्नल केपी सिंह ने कहा कि हर घंटे की निगरानी में वरुण की तबियत में भी उतार-चढ़ाव आ रहा है। आप कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं। हर कोई उसकी ही सेहत की बात कर रहा है। सबसे अच्छे अस्पताल में सबसे अच्छे डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं। पूरे देश की प्रार्थना है। मैं बहुत भावुक हो गया हूं क्योंकि बहुत से लोग, जिन्हें मैं जानता तक नहीं या सर्विस में हैं या रिटायर्ड हैं, वे भी मिलने आ रहे हैं। यहां तक कि महिलाएं भी आ रही हैं। सभी कह रहे हैं कि वे वरुण को देखना चाहते हैं। इस तरह का प्यार और स्नेह वरुण को मिल रहा है।”

कर्नल सिंह ने कहा कि वरुण विजयी होकर आएंगे। वह एक फाइटर हैं। वह जिंदगी की जंग जीतेंगे। वह बाहर आएंगे। ग्रुप कैप्टन वरुण को अगस्त में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्होंने पिछले साल तेजस हल्के लड़ाकू विमान में प्रमुख तकनीकी खराबी आने के बाद भी हवा में  दुर्घटना को टाला था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को लोकसभा को बताया कि ग्रुप कैप्टन को बचाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे थे। उस समय वे वेलिंगटन (तमिलनाडु) के मिलिट्री हॉस्पिटल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे।

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