विजय दिवस: मनोज सिन्हा और डीजीपी ने वीर सैनिकों को किया याद

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विजय दिवस की 51वीं वर्षगांठ पर शहीद सैनिकों को याद किया। इस दौरान उपराज्यपाल ने कहा कि वह 1971 के विजय दिवस पर वीर जवानों के अदम्य साहस को शत शत नमन करते हैं। युद्ध नायकों को हमेशा याद रखा जाएगा। शहीद सैनिकों का सर्वोच्च बलिदान देशवासियों को सदैव प्रेरणा देता रहेगा।

वहीं, दिल्ली में जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने विजय दिवस के अवसर पर बलिदान स्तंभ पर माल्यार्पण कर वीर शहीदों को याद किया। पुष्पांजलि समारोह के दौरान केंद्र शासित प्रदेश के शीर्ष पुलिस अधिकारी और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह भी मौजूद रहे।

दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और भारतीय नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे ने भी राष्ट्रीय स्मारक पर माल्यार्पण किया।

पचास साल पहले आज ही के दिन पाकिस्तानी सेना के 93,000 सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने अपने हथियार डाल दिए थे, जिसके परिणामस्वरूप पूर्व में बांग्लादेश का अस्तित्व में आया था। इस दिन को हर साल ‘विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। 16 दिसंबर 1971 को पूर्वी पाकिस्तान के मुख्य मार्शल लॉ प्रशासक और पूर्वी पाकिस्तान में स्थित पाकिस्तानी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आमिर अब्दुल्ला खान नियाजी ने समर्पण के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे।

1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में पाकिस्तान पर भारत की जीत की याद में गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘विजय दिवस’ की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय राजधानी में आर्मी हाउस में ‘एट होम’ रिसेप्शन में भाग लिया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here