कोटा में एक बार नदियां उफान पर हैं। MP, झालावाड़ और कोटा बैराज से पानी की निकासी के बाद पानी की आवक बढ़ गई है। इसके चलते निचले क्षेत्र में बसे गांव में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। नदियों में पानी की आवक बढ़ने से खातौली-पार्वती नदी की पुलिया पर 3 फिट पानी आ गया है। कोटा-ग्वालियर मार्ग पर पानी की आवक होने से आवागमन बंद हो गया है। राजस्थान व मध्यप्रदेश के बीच सम्पर्क कट गया है। इटावा का जिला मुख्यालय से सम्पर्क कट गया है।
इसी तरह कैथूदा झरेल चम्बल पुलिया पर चादर शुरू हो गई है। पुलिया पर करीब 8 फिट पानी होने पर बारां-मथुरा-सवाई माधोपुर मार्ग पर आवागमन बंद बना हुआ है। वहीं, कालीसिंध नदी में तेजी से पानी की आवक बढ़ रही है। मडावरा रोटेदा चम्बल पुलिया पर अभी करीब पांच फीट पानी है। आवागमन पूरी तरह से बंद है। क्षेत्र में लगातार नदियों में बढ़ रहे जलस्तर से प्रशासन ने लोगों को अलर्ट करते हुए नदी नालों से दूर रहने और सतर्क रहने की अपील की है।
कोटा बैराज से आज भी पानी निकासी की जा रही है। बैराज का एक गेट खोलकर 1255 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। आगे जवाहर सागर बांध से 1595 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। इसके चलते 1 गेट को 1 फीट खोलकर पानी रिलीज किया जा रहा है।
एक दिन पहले ही छोड़ा गया 7500 क्यूसेक पानी
शनिवार को बैराज के 2 गेट खोलकर 7500 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा था। झालावाड़ में कालीसिंघ बांध के 14 गेट 55 मीटर खोलकर 2 लाख 19 हजार 500 क्यूसेक पानी रिलीज किया जा रहा था। छापी बांध के 4 गेट व भीमसागर बांध का 1 गेट खोला गया था। बांधो से पानी की निकासी करने के बाद नदिया उफान पर आई है।