शिवसेना ने कसा तंज तो नवनीत राणा बोलीं- गधों की कोई पहचान नहीं होती

अमरावती से मौजूदा सांसद नवनीत राणा बुधवार देर रात पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले की मौजूदगी में नागपुर में भाजपा में शामिल हो गईं।  नागपुर में बावनकुले के आवास पर अपने समर्थकों के साथ और अमरावती, नागपुर, वर्धा और अन्य स्थानों के वरिष्ठ पार्टी नेताओं की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुईं। जब वह भाजपा में शामिल हुईं तो उनके विधायक पति रवि राणा भी मौजूद थे। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने अमरावती सीट के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उनके नाम की घोषणा की। बावनकुले ने कहा कि वह 4 अप्रैल को अपना चुनाव नामांकन दाखिल करेंगी। राणा के खिलाफ शिवसेना के पूर्व मंत्री ने मोर्चा खोल दिया है। 

शिवसेना के पूर्व मंत्री ने नवनीत राणा का विरोध करते हुए उनकी उम्मीदवारी पर कहा कि उन्हें पता नहीं लेकिन वो मौत के कुएं में शामिल हो रही हैं। एकनाथ शिंदे में शामिल आनंदराव अडसुल नवनीत राणा के पुराने विरोधी हैं। उन्होंने जाति प्रमाण पत्र के मुद्दे को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच में याचिका दायर की थी। कैमरे पर बोलते हुए अडसुल ने कहा कि नवनीत राणा को नहीं पता लेकिन वो मौत के कुएं में शामिल हो रही है।

अडसुल और प्रहार जनशक्ति पार्टी के नेता बच्चू कडू जैसे वरिष्ठ नेताओं के महायुति के अंदर विरोध के बारे में बोलते हुए नवनीत राणा ने कहा कि गधों की न कोई पहचान है और न ही कोई गिनती। जब भी कोई घोड़ा मैदान में दौड़ता है तो उसका विरोध होता है। उनकी कोई पहचान नहीं है और उनकी गिनती नहीं की जाती है। जब घोड़े जमीन पर दौड़ते हैं तो विरोध होता है)। जो लोग प्रतिभाशाली हैं और उन्होंने सामान्य लोगों और महिलाओं के लिए काम किया है, उन्हें विरोध का सामना करना पड़ेगा। मोदी जी ने भी इसका सामना किया और ऐसा विरोध राजनीति में हमेशा से रहा है. लेकिन महिला होने के नाते हम जानते हैं कि इसे कैसे संभालना है। 

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