56 इंच की सरकार के लिए टीकाकरण का राष्ट्रवाद कहां गया? : AAP

भारत में कोरोना वायरस के केस एक बार फिर बढ़ने शुरू हो गए हैं. कोरोना वैक्सीन के बाद भी कोरोना के लगातार बढ़ते मामले चिंता का सबब बने हुए हैं. वैक्सीनेशन शुरू होने के दो महीने बाद भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के बाद सरकार की ओर से जारी ताजा रिसर्च में दावा किया गया है कि लोगों में वैक्सीन को लगवाने के लिए एक बेचैनी सी है. इस पर आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने वैक्सीन एक्सपोर्ट को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन एक्सपोर्ट करने की बजाए पाबंदियां हटें, सभी को वैक्सीन लगे. 

AAP प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि वैक्सीन की 64.5 मिलियन डोज अलग-अलग देश में मोदी सरकार ने एक्सपोर्ट की है. प्रधानमंत्री अपने देश के लोगों की जान बचाना जरूरी नहीं समझते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने छवि चमकाने के लिए वैक्सीन एक्सपोर्ट कर दी. भारत 135 करोड़ की बड़ी आबादी वाला देश है और जिस दर से टीकाकरण चल रहा है अगले 15 साल में टीकाकरण पूरा हो पाएगा. 70% की आबादी का टीकाकरण करने में भारत सरकार को 10 साल लगेंगे.

उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार के लिए टीकाकरण का राष्ट्रवाद कहां गया? कई ऐसे विकसित देश हैं जहां भारत सरकार वैक्सीन एक्सपोर्ट करने जा रही है. आने वाले दिनों में मोदी सरकार 45 मिलियन डोज़ पाकिस्तान को एक्सपोर्ट करने जा रही है. मोदी सरकार ने रिकॉर्ड बनाया है कि भारत में जितनी वैक्सीन नहीं लगी उससे ज्यादा वैक्सीन अन्य देश में एक्सपोर्ट कर दी. 

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने आगे कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर पाबंदियां समझ से परे है, मोदी सरकार वैक्सीनेशन को लेकर तरह-तरह की पाबंदी हटाए और दिल्ली में सभी उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की अनुमति दें. 56 इंच की सरकार की वैक्सीनेशन राष्ट्रवाद कहां है. भारत के लोगों की जान की कीमत से ज्यादा पाकिस्तान, Nigeria, Uganda के लोगों की है? मोदी सरकार चीन को Vaccine Export में पछाड़ कर पीठ थपथपा रही है, जबकि चीन में कुल 90k case हैं, और भारत में रोज 90k cases आ रहे हैं.

भारत में सिर्फ दो ही वैक्सीन

सरकार की ओर से मौजूदा चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने की योजना पर काम किया जा रहा है. इसके लिए 60 करोड़ वैक्सीन की जरूरत होगी. फिलहाल भारत में कोविशील्ड और वैक्सीन को ही मंजूरी मिली है. अगर देश के सभी लोगों तक वैक्सीन पहुंचानी है तो वैक्सीन की डोज में इजाफा करना होगा. सूत्रों का कहना है कि सरकार जल्द ही रूस की स्पूतनिक-वी को भी मंजूरी दे सकती है. मौजूदा वक्त में भारत में करीब 40 हजार सेंटर्स पर वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा है. सोमवार तक देश में 4.5 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी हैं, करीब 75 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज़ मिल गई हैं. अभी तक भारत ने एक दिन में सर्वाधिक 30 लाख वैक्सीन की डोज़ देने का काम किया है.

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