निर्वाचन आयोग ने शिवसेना (उद्धव) को निर्देश दिया है कि वह अपने चुनावी गाने से जयभवानी और हिन्दू शब्द निकाल दे। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि हम इस आदेश को नहीं मानेंगे। छत्रपति शिवाजी ने कुलदेवी तुलजा भवानी के आशीर्वाद से हिन्दवी साम्राज्य की स्थापना की है। हम जय भवानी कहना नहीं छोड़ सकते।
तमाम कथित सेक्युलरवादी और मुस्लिम नेता चुनाव से पूर्व और चुनाव के दौरान भी खुलकर उत्तेजक नारे लगाते है और मज़हबी भावनाओं को भड़काते हैं, निर्वाचन आयोग ने आजतक इनमें से किसी को भी नहीं रोका, यहां तक कि उच्च न्यायलय भी भड़काऊ भाषणों पर स्वत: संज्ञान नहीं लेता। शायद यह सेक्युलरवाद का प्रभाव है ?
गोविन्द वर्मा