बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन, अबतक एसआईटी ने 208 लोगों के बयान दर्ज किए

भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले की जांच पूरी होने वाली है. दिल्ली पुलिस की एसआईटी बृजभूषण के खिलाफ दर्ज दो मामलों की जांच रिपोर्ट अगले हफ्ते अदालत को सौंप सकती है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने इस बारे में जानकारी दी है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने पीटीआई को बताया है कि एसआईटी अब तक की अपनी जांच के तहत 180 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है.

बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर सात महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इनमें एक नाबालिग पहलवान है, जिसकी शिकायत पर सिंह के खिलाफ पॉक्सो एक्ट लगाया गया है. इस मामले में देश के नामी पहलवान बृजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.

पहलवानों की खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात

इसके पहले प्रदर्शनकारी पहलवानों ने बुधवार (7 जून) को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की. पीटीआई ने बताया कि इस दौरान पहलवान 15 जून तक अपना आंदोलन स्थगित करने पर सहमत हुए. अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों को भरोसा दिलाया कि बृजभूषण के खिलाफ चल रही जांच तब तक पूरी कर ली जाएगी और इस महीने के आखिर तक भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव करा लिए जाएंगे. 

पीटीआई ने बताया था कि सरकार और आंदोलनकारी पहलवानों के बीच पांच दिन में यह दूसरे दौर की बैठक है. पहलवानों ने 3 जून की रात को गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी और उन्हें अपनी मांगों से अवगत कराया था. 

बृजभूषण के खिलाफ दर्ज दोनों मामलों की जांच अब तक इकठ्ठा किए गए सभी सबूतों के साथ अगले सप्ताह कोर्ट में पेश की जाएगी. पीटीआई ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से लिखा, वर्तमान में जांच चल रही है और इसमें अभी और बयान दर्ज किए जा सकते हैं. 

180 लोगों से एसआईटी ने की पूछताछ

अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ताओं, गवाहों, बृजभूषण के सहयोगियों, कर्मचारियों, कर्मचारियों, सहयोगियों और परिवार के सदस्यों सहित 180 लोगों से एसआईटी ने अब तक पूछताछ की है. उन्होंने आगे कहा, इन लोगों से शिकायतकर्ताओं द्वारा लगाए गए आरोपों और दो एफआईआर में उल्लिखित विशेष घटनाओं के बारे में पूछताछ की गई थी. इसके साथ ही इन लोगों से बृजभूषण के अपने सहकर्मियों और सहयोगियों के प्रति रवैये और महिला पहलवानों के साथ उनके व्यवहार के बारे में भी पूछा गया. एफआईआर में बताई गई घटनाओं की टाइमलाइन को भी मिलाने की कोशिश की गई.

उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पुलिस और सबूत जुटाने के लिए सिंह के दिल्ली और गोंडा स्थित आवासों पर दोबारा भी जा सकती है. अधिकारी ने कहा कि मामला बहुत संवेदनशील है और जांच में सभी तकनीकी साधनों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. कॉल डिटेल रिकॉर्ड को भी जांचा जा रहा है. एकत्र किए गए वीडियो और फोटो की पूरी तरह से जांच की जा रही है.

बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर

दिल्ली पुलिस ने सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं. जहां पहली प्राथमिकी नाबालिग पहलवान के आरोपों से संबंधित है. इसमें यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा लगाई गई है. वहीं दूसरी शील भंग करने से संबंधित है. एफआईआर में यौन उत्पीड़न, बैड टच और सेक्सुअल फेवर, पीछा करना और धमकाने समेत कई आरोप लगाए गए हैं. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंह से पुलिस अब तक दो बार पूछताछ कर चुकी है और दोनों ही मौकों पर उन्होंने अपने खिलाफ सभी आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि उन्हें फंसाया जा रहा है.

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