गाजियाबाद -कोरोना काल में अब सरकारी, गैर-सरकारी अस्पतालों को ऑक्सीजन की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा।
- मोदीनगर के अंतर्गत भोजपुर क्षेत्र में ऑॅक्सीजन बनाने का हाइटेक प्लांट लगाया जा रहा है। यह प्लांट उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा होगा।
- यहां रोजाना ऑक्सीजन गैस के 15 हजार सिलेंडर भरे जाएंगे। वर्ष 2019 जनवरी माह में प्लांट का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जो अब अंतिम चरण में है।
- अगले एक महीने के भीतर ही प्लांट शुरू होने की उम्मीद है। प्लांट का निर्माण आईनॉक्स एयर प्रॉडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा कराया जा रहा है।
- इसकी क्षमता 150 से 170 टन होगी। यहां से आसपास के प्रदेशों समेत विदेशों में भी आपूर्ति की जाएगी। भोजपुर क्षेत्र के अंतर्गत ईशापुर गांव के निकट हापुड़ रोड पर ही प्लांट स्थापित किया जा रहा है।
- फिलहाल प्लांट में 80 लोगों को स्थायी तौर पर नौकरी के लिए रखा गया है। जबकि, 350 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की भी उम्मीद है। प्लांट निर्माण में करीब 110 करोड़ की लागत आएगी।
- उधर, गाजियाबाद में भी पहले से एक ऑक्सीजन प्लांट हैं, लेकिन उसकी क्षमता करीब 80 टन हैं। भोजपुर क्षेत्र में बनने वाला प्लांट इससे दोगुनी क्षमता का होगा।
- प्लांट शुरू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के प्रदेशों में स्थित अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित नहीं हो सकेगी। हाल ही में डीएम अजय शंकर पांडेय ने भी ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया था।
- इसमें सभी सुविधाएं मानकों के अनुसार ही मिली थीं। उन्होंने वहां तैनात कर्मियों को एक महीने के भीतर ही काम पूरा करने के निर्देश दिए थे। कोरोना काल में सरकारी व गैर-सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी देखने को मिल रही है।
मेरठ, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद के अस्पतालों में रोजाना 4 से 5 टन तक ऑक्सीजन इस्तेमाल हो रही है। ऐसे में ऑक्सीजन की पूर्ति कराने में यह प्लांट काफी हद तक लाभकारी साबित होगा।