चंडीगढ़: पंजाब में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वहीं सभी पार्टियों ने चुनावी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसी के मद्देनजर राज्य के सीएम चन्नी ने चुनावी रणनीति को लेकर आज एक बड़ा बयान दिया है। सीएन चरणजीत सिंह चन्नी ने आज कहा कि पार्टी हाईकमान से उन्हें निर्देश मिला है कि वो चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ चुनावी रणनीति साझा करें। चन्नी का ये बयान इसलिए बड़ा माना जा रहा है क्योंकि मई में प्रशांत किशोर ने चुनावी कामकाज से संन्यास ले लिया था। चन्नी के इस बयान ने इस सवाल को भी खड़ा कर दिया है क्या प्रशांत किशोर दोबारा अपने काम पर लौट आए हैं। क्या प्रशांत किशोर की पंजाब की राजनीति में फिर से एंट्री हो रही है।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज एक चैनल से बात करते हुए बताया कि उन्हें हरीश चौधरी ने चुनावी रणनीति प्रशांत किशोर से साझा करने की सलाह दी है। हरीश चौधरी पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हैं। बता दें कि चौधरी को कुछ दिन पहले ही हरीश रावत की जगह पंजाब कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बता दें कि इस साल मई में पश्चिम बंगाल समेत 5 राज्यों के चुनावी नतीजे सामने आने के बाद पीके ने संन्यास की घोषणा कर दी थी। उस समय पीके ने अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा था कि अब तक लोग मुझे जिस रोल में देखते आ रहे थे, वो मैं अब नहीं निभाऊंगा। पीके से जब पूछा गया कि उन्होंने ये फैसला क्यों किया तो उन्होंने बताया था कि मैं कभी भी ये काम नहीं करना चाहता था, लेकिन मैं आ गया और मैंने अपने हिस्से का काम कर लिया है।
इतना ही नहीं, उन्होंने पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार के पद से भी ब्रेक लेने की बात कहते हुए अगस्त में इस्तीफा दे दिया था। अपना इस्तीफा देते हुए पीके ने कहा था कि वो सक्रिय राजनीति से अस्थायी तौर पर ब्रेक चाहते हैं, इसलिए उन्हें उनके पद से मुक्त किया जाए।
वहीं दूसरी तरफ पंजाब के सीएम चन्नी ने आज कहा कि उन्हें निर्देश मिला है कि चुनावी रणनीति पीके के साथ साढी की जाए। इनके इस बयान से पंजाब की राजनीति में फिर से हलचल मचने वाली है।