अमृतसर में ब्यास थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव सठियाला में बुधवार को मारे गए गैंगस्टर जरनैल सिंह की हत्या गांव के ही डोली बल और गोपी माहल ने की है। आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए 9 एमएम पिस्तौल का इस्तेमाल किया। पुलिस ने मौका-ए-वारदात से 9 एमएम के 17 खोल बरामद किए हैं।
जब तीन नकाबपोशों ने हथियार ताने तो जरनैल सिंह ने हाथ खड़े कर उनके सामने आत्मसमर्पण किया, लेकिन नकाबपोशों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। जिसमें जरनैल सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसका एक साथी इस दौरान घायल हो गया।
एसएसपी देहाती सतिंदर सिंह ने कहा कि घटना के आस-पास एरिया में लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली जा रही है। जिसमें उन्होंने हत्यारों की पहचान कर लिए जाने का दावा करते हुए जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की बात कही।
बंबीहा गैंग ने ली जिम्मेदारी
सठियाला गांव के गैंगस्टर डोनी बल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर गैंगस्टर जरनैल सिंह की हत्या करने की जिम्मेदारी ली है। उसने दावा किया कि जरनैल का हमारे ग्रुप गोपी
घनश्यामपुरिया के साथ कोई लिंक नहीं है। डोनी ने इस पोस्ट में कहा कि जरनैल सिंह की हत्या उसने खुद की है। हत्याकांड में किसी नाजायज को तंग नहीं किए जाने की बात भी टोनी ने कही है। गोपी माहल के साथ गैंगस्टर जरनैल सिंह की हत्या की जिम्मेवारी लेते हुए बल ने दावा किया कि यह हमारे एंटी ग्रुप जग्गू भगवानपुरिया, खोती और हैरी चट्ठा ग्रुप के साथ संबंध रखता था।
अज्ञात पर दर्ज है केस
ब्यास पुलिस ने जरनैल सिंह का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने मृतक के पिता अजीत सिंह के बयानों पर अज्ञात पर केस दर्ज किया है। मृतक के पिता ने पुलिस को बताया कि बुधवार सुबह करीब 11.30 बजे सरों और मक्कई आदि घड़ुके (पीटर रेहड़ा) पर लादकर पशुओं का चारा तैयार करवाने के लिए सठियाला चक्की पर गया था। इस दौरान स्विफ्ट कार में चार अज्ञात युवा उतरे, जिन्होंने आते ही उसके बेटे पर फायरिंग शुरू कर दी। इससे उसका बेटा जरनैल सिंह जमीन पर गिर गया। उसने मार-दिया, मार-दिया का शोर मचाया तो हमलावर अपने हथियारों के साथ वहां से फरार हो गए।
जरनैल सिंह के साथ जुड़े थे काफी युवा
जरनैल सिंह सठियाला कॉलेज में विद्यार्थियों का नेता रहा था, तो उसके साथ काफी युवा जुड़े हुए थे। वह यूथ कांग्रेस का वर्कर भी रहा है, लेकिन उसके पास पार्टी में किसी तरह का पद होने की बात अभी तक सामने नहीं आई। उसने चुनावों के दौरान पूर्व विधायक संतोख सिंह भलाईपुर के लिए चुनाव प्रचार भी किया था।