अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद सलमान इम्तियाज ने शहर में 22 और 23 जनवरी को शहर में प्रस्तावित धर्म संसद को आयोजित नहीं करने की धमकी दी है। गुरुवार को धर्म संसद के खिलाफ ज्ञापन देने जाते समय पुलिस ने उन्हें उनके घर पर नजरबंद कर लिया। दो घंटे के बाद पुलिस कर्मियों के साथ उन्होंने कोतवाली ऊपरकोट में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप वर्मा को सौंपा।
सलमान इम्तियाज ने बताया कि सुबह 10 बजे उनके घर पर पुलिस ने उन्हें और उनके साथ के लोगों के नजरबंद कर लिया। पुलिस कर्मियों ने कहा कि ज्ञापन उन्हें सौंप दें, वह पहुंचा देंगे। इस पर उन्होंने कहा कि ज्ञापन सक्षम अधिकारी को स्वयं सौंपेंगे। कोतवाली में सिटी मजिस्ट्रेट पहुंच गए। करीब 12.30 बजे पुलिसकर्मियों के साथ कोतवाली में उन्हें ज्ञापन सौंपा।
सलमान ने कहा कि धर्म संसद के नाम पर आतंक की संसद को होने नहीं देंगे। आतंकी संसद में एक खास धर्म के लोगों का बड़े पैमाने पर नरसंहार की बात कही जा रही है, जो लोकतंत्र के खिलाफ है। इससे देश के माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है। जल्द ही आतंक की संसद के समांतर हम सभी लोग न्याय संसद का आयोजन करेंगे।
भाजपा नेता ने दिया जवाब
एएमयू के पूर्व छात्र नेता और युवा भाजपा नेता विक्रांत जौहरी ने कहा कि विश्व में आतंक कौन और किस आधार पर फैल रहा है, यह यूएनओ ने स्पष्ट कर दिया है। रही बात धर्म संसद की तो अधर्मियों को जवाब दिया जाना जरूरी है। अब चाहे वह अफगानिस्तान, पाकिस्तान के आतंकी हों या 12 फरवरी 2019 को एएमयू के हिंदू छात्रों पर गोली चलाने वाले लोग हों। धर्म के नाम अन्याय करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसा करने में योगी-मोदी जी सफल रहे हैं।