भारतीय सेना के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ दिवंगत जनरल बिपिन रावत को शनिवार को सम्मान दिया गया। अरुणाचल प्रदेश के किबिथू में एक सैन्य स्टेशन और सड़क को उनका नाम दिया गया। चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लगी लोहित घाटी पर स्थित सैन्य स्टेशन अब जनरल बिपिन रावत के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा इस पहाड़ी गांव की एक प्रमुख सड़क को भी उन्हीं का नाम दिया गया है।
बता दें, सीडीएस जनरल बिपिन रावत का दिसंबर, 2021 में एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था। कर्नल के रूप में रावत ने किबिथू में 1999 से 2000 तक बटालियन 5/11 गोरखा राइफल्स की कमान संभाली थी।
22 किलोमीटर लंबी है सड़क
शनिवार को एक समारोह में अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा, मुख्यमंत्री पेमा खांडू, पूर्वी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने एक समारोह में 22 किलोमीटर लंबी सड़क का नाम जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखा। यह सड़क वालोंग से किबिथू को जोड़ती है। कार्यक्रम में जनरल रावत की बेटियां कृतिका और तारिणी के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। वहीं किबिथु सैन्य शिविर का नाम बदलकर जनरल बिपिन रावत मिलिट्री गैरीसन कर दिया गया।
आठ दिसंबर को हुआ था हादसा
जनरल रावत का पिछले साल 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुए हादसे में निधन हो गया था। इस हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका के अलावा 12 अन्य सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी।