केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान11वें दिन भी जमे हुए हैं। केंद्र सरकार और किसानों के बीच 5वें दौर की बातचीत विज्ञान भवन में हुई। बैठक में 40 किसान प्रतिनिधि मौजूद रहे। हालांकि सरकार से साथ किसानों की पांचवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। वहीं, नई रणनीति को लेकर किसान संगठनों के बीच अहम बैठक चल रही है। इसमें आगे की योजनाओं पर चर्चा हो रही है। इसी बीच केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का बड़ा बयान सामने आया है।
कैलाश चौधरी ने विपक्ष पर किसानों को भड़काने का आरोप लगते हुए कहा है कि देश के किसान इस कानून के पक्ष में है। न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, “मुझे लगता है कि कांग्रेस सरकार और विपक्ष किसानों को भड़काने की कोशिश कर रही है। देश के किसान इन कानूनों के पक्ष में हैं, लेकिन कुछ राजनीतिक लोग आग में घी डालने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार ने कहा है कि एमएसपी जारी रहेगा। इसे हम लिखित में भी दे सकते हैं। मुझे नहीं लगता कि असली किसान इसके बारे में परेशान हैं, वह अपने खेतों में काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि मैं सभी किसान भाईयों से कहना चाहूंगा कि भारत बंद करने से देश का आर्थिक नुकसान होगा इसलिए मैं उन्हें थोड़ा पीछे हटने के लिए कहूंगा क्योंकि पीएम मोदी जी के नेतृत्व में जिस तरह से किसानों के हित में काम हुए उस तरह पहले कभी नहीं हुआ। कैलाश चौधरी ने कहा कि कल जो बैठक हुई उसमें किसानों के सुझाव पर विचार-विमर्श किया गया। कृषि कानून किसानों को आज़ादी देने वाला कानून है। किसानों को अगर लगता है कि इसमें कुछ संशोधन की जरूरत है तो सरकार ने भी कहा है अगर आवश्यकता हुई तो हम संशोधन करेंगे।
केंद्र द्वारा लागू किये गए नए कृषि कानून का पक्ष लेते हुए उन्होंने कहा कि मुझे पीएम मोदी के नेतृत्व और किसानों पर पूरा विश्वास है। मुझे यकीन है कि किसान कभी भी ऐसा निर्णय नहीं लेंगे जिससे देश में कहीं भी अशांति पैदा हो। इन कानूनों ने उन्हें स्वतंत्रता प्रदान की है। उन्होंने आगे कहा, मुझे लगता है कि किसानों को यह सोचना चाहिए कि किस तरह से इसका राजनीतिकरण किया जा रहा है और उन लोगों को फुसलाया जा रहा है। कुछ लोग इसका राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि अपनी मांगों पर डंटे किसानों ने 8 दिसंबर को ‘भारत बंद’ की घोषणा की है और चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तो आंदोलन तेज किया जाएगा तथा राष्ट्रीय राजधानी आने वाले और मार्गों को अवरुद्ध कर दिया जाएगा। इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने भी किसानों के ‘भारत बंद’ को अपना समर्थन दिया है।
कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता पवन खेरा ने कहा, ‘कांग्रेस ने आठ दिसबंर को भारत बंद को समर्थन देने का फैसला किया है। हम अपने पार्टी कार्यालयों पर बंद को लेकर प्रदर्शन करेंगे। यह किसानों को राहुल गांधी के समर्थन को मजबूत करने वाला कदम होगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदर्शन सफल हो।’