बिहार: राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता ब्रज किशोर दुबे ने की आत्महत्या

बिहार के केशरी नगर की अजंता कॉलोनी में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता लोक संगीत लेखक ब्रज किशोर दुबे का शव मिला है। ब्रज किशोर अपने एक दोस्त रवींद्र के घर आए हुए थे, जहां उसके घर के बाथरूम में उनके दोनों पैर बंधे हुए थे और सिर एक टब में डूबा हुआ था। ऐसे में पुलिस द्वारा प्रथम दृष्टया आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, पुलिस हत्या के एंगल से भी जांच कर रही है। 

पटना के पुलिस उपाधीक्षक (कानून-व्यवस्था) संजय कुमार ने बताया, ऐसा लग रहा है कि आत्महत्या की गई है। सुसाइड नोट भी मिला है। शरीर पर कहीं चोट के निशान नहीं मिले हैं। टीम जांच कर रही है, पोस्टमॉर्टम से स्पष्ट हो जाएगा। हर पहलू की जांच की जा रही है। 

ब्रज किशोर की मौत की खबर सुनकर हर कोई हैरान है। घटनास्थल पर उनकी बेटी मनीषा कुमार, पत्नी रामकुमारी देवी, दामाद मनिंद्र मिश्रा और छोटे बेटा भी पहुंचे। इनमें से मनिंद्र ने बताया कि जिस तरह से उनके पैर को तीन चार जगह से बांधा गया था, उसकी गांठ खोलने में पुलिस को काफी समय लगा। कैसे कोई पैर बांधकर सुसाइड कर सकता है। जिस टब में उनका सिर था, उसमें पानी भरा था। पैर भी कुर्सी के ऊपर थे। 

वहीं ब्रज किशोर की पत्नी ने बताया कि वह रविवार दोपहर में रोटी-सब्जी खाकर घर से गए थे। उनका मोबाइल फोन कभी बंद नहीं रहता था। वह सुसाइड नहीं कर सकते हैं। ब्रज किशोर लोक गायक होने के साथ-साथ गीतकार भी थे। उन्होंने बिहार बाबू, माई जैसी कई चर्चित भोजपुरी पिल्मों के लिए भी गीत लिखे थे। 

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