राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के चश्मदीद राजकुमार शर्मा को ब्रेन हेमरेज होने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एमबी अस्पताल में उनका इलाज जारी है। ब्रेन स्ट्रॉक की वजह से उनके शरीर का कुछ हिस्सा काम नहीं कर रहा है, लेकिन वह अपने परिचितों को पहचान रहे हैं। उदयपुर के प्रभारी एवं कैबिनेट मंत्री रामलाल जाट ने सोमवार को अस्पताल जाकर उनकी तबीयत पूछी और डॉक्टरों को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी शर्मा के परिवार से बातचीत कर उन्हें हर तरह की मदद देने का आश्वासन दिया है।
परिजनों के मुताबिक शनिवार रात को ब्लड प्रेशर हाई होने की वजह से उन्हें ब्रेन स्ट्रॉक आया था। इसके बाद उन्हें एमबी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। प्रशासन को इस बात का पता चलने पर प्रभारी मंत्री रामलाल जाट सोमवार दोपहर में राजकुमार शर्मा से मिलने पहुंचे, वहां उन्होंने राजकुमार शर्मा व उनके परिजनों की सीएम अशोक गहलोत से भी बातचीत करवाई। कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य वीरेंद्र वैष्णव ने प्रभारी मंत्री के साथ राजकुमार शर्मा के परिवार से मुलाकात की और तबीयत के बारे में जानकारी ली।
सीएम अशोक गहलोत ने उदयपुर कलेक्टर और डॉक्टर्स से बात कर पूरा इलाज मुहैया करवाने को कहा है। राजकुमार शर्मा की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सीएम के निर्देश पर जयपुर से डॉक्टर मनीष अग्रवाल और डॉक्टर राशिम कटारिया सोमवार देर रात ग्रीन कॉरिडोर से उदयपुर पहुंचेगे। बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगहाली में होने से राजकुमार 2 महीनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। तीन महीने के बाद बेटी की शादी है। 5 दिनों से उन्हें सिर दर्द की दिक्कत थे। कई बार कहने के बाद भी वे अस्पताल नहीं जा रहे थे।
घटना के बाद से सदमे में था राजकुमार
कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद से ही टेलर राजकुमार शर्मा सदमें में था। कन्हैयालाल पर हमले के वक्त वो खुद दुकान में मौजूद था। हमले में उसके भी हल्की खरोंच आई थी। लेकिन काम धंधा खत्म होने से वो परेशान था।
विधायकों ने करवाई थी मदद
मावली विधायक धर्मनारायण जोशी व शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने राजकुमार शर्मा को 25-25 हजार रुपये की मदद करवाई थी। घर में एक महीने का राशन डलवाया था। राजकुमार शर्मा इस पूरे मामले में चश्मदीद है। इसके अलावा उसका साथ ईश्वर गौड़ भी जो हमले में घायल हो गया था।
आपको बता दें कि इसी साल 28 जून को मुस्लिम कट्टरपंथी रियाज मोहम्मद अत्तारी व मोहम्मद गौस ने टेलर कन्हैयालाल की जघन्य हत्या कर दी थी। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा द्वारा पैगंबर पर की गई टिप्पणी का समर्थन करने के विरोध में कन्हैयालाल की हत्या की गई थी। इस मामले की जांच कर रही एनआईए ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है जो न्यायिक अभिरक्षा में है। राजकुमार शर्मा भी इस मामले में चश्मदीद गवाह है।