छत्तीसगढ़: ‘चिप्स’ दफ्तर में छापा, सीईओ समीर पहले ही गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ में IAS अफसर समीर विश्नोई सहित दो कोल व्यापारियों की गिरफ्तारी के बाद अब ईडी की टीम ने मंगलवार शाम को रायपुर स्थित चिप्स (छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसायटी) के दफ्तर पर छापा मारा है। टीम वहां दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है। इससे पहले सुबह टीम रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के पैतृक निवास गरियाबंद पहुंची और उनकी मां व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू व चचेरे भाई शैलेंद्र साहू के घर पर छापा मारा। लक्ष्मी साहू और शैलेंद्र साहू दोनों ही कांग्रेस नेता हैं। इसके साथ ही एक टीम ने कोरबा में आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त माया वारियर के दफ्तर पर फिर छापा मारा है। 

चिप्स दफ्तर को खंगाल रहे ईडी के नौ अधिकारी
ईडी की एक टीम तीन कारों में चिप्स के दफ्तर पहुंची है। इस टीम में नौ अफसर शामिल हैं। टीम के पहुंचने के बाद दफ्तर से किसी को भी बाहर जाने और अंदर आने की इजाजत नहीं है। चिप्स दफ्तर में काम करने वाले कुछ कर्मचारियों से भी पूछताछ शुरू कर दी गई है। चिप्स के सीईओ IAS समीर बिश्नोई को पहले ही रिमांड पर लेकर ईडी पूछताछ कर रही है।



दोनों के घरों से खंगाले जा रहे दस्तावेज

जानकारी के मुताबिक, रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के पैतृक गांव राजिम के पांडुका में ईडी की टीम तड़के करीब 5.30 पहुंची। CRPF जवानों के साथ पहुंची टीम ने जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू और शैलेंद्र साहू के ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। सूत्रों के मुताबिक, इसके बाद से दोनों के घरों में दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। घर के गेट को बंद कर दिया गया है और CRPF जवानों ने अपने कब्जे में ले रखा है। इस दौरान किसी को भी अंदर जाने और बाहर आने नहीं दिया जा रहा है।



कोरबा में आदिवासी विकास विभाग फिर पहुंची ED

रानू साहू की करीबी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास के कोरबा ऑफिस पर ईडी की टीम ने फिर से धावा बोला है। यहां भी टीम डेढ़ घंटे से दस्तावेजों को खंगाल रही है। सहायक आयुक्त माया वारियर के भिलाई आवास में जाने की खबर है, लेकिन पुष्टि नहीं हुई है। पांच दिन पहले भी प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आदिवासी विकास विभाग आयुक्त के दफ्तर में दबिश दी थी। बताया जा रहा है कि रायगढ़ की कलेक्टर रानू साहू जब पहले कोरबा में पदस्थ थीं तो उस दौरान दोनों अफसरों के बीच संबंध काफी मधुर थे। ऐसे में उनके कार्यकाल के दौरान की भी जांच की जा रही है।

रानू साहू की मौजूदगी में हुई बंगले की जांच

रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू ईडी के छापे के दौरान बाहर थीं। लौटने के बाद उन्होंने जांच अधिकारी को जानकारी दी। इस दौरान ईडी ने उनके बंगले को सील कर दिया था। कलेक्टर रानू साहू के लौटने पर चार दिन पहले उनकी मौजूदगी में ही बंगले की तलाशी शुरू की गई। इसके साथ ही कलेक्टर परिसर स्थित खनिज विभाग में भी दस्तावेज खंगाले गए। इस दौरान कोरबा में भी टीम ने आदिवासी विकास विभाग आयुक्त के दफ्तर में भी दबिश दी थी। उनकी तैनाती के समय के दस्तावेज जांच की गई।

छापों के दौरान ईडी ने बेहिसाब संपत्ति का खुलासा किया
अभी तक चली कार्रवाई के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने 14 अक्तूबर को वसूली रैकेट का खुलासा किया था। ईडी ने बताया था कि जांच में राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले से 25 रुपये प्रति टन की अवैध वसूली की जा रही है। इस घोटाले में मुख्य सरगना सूर्यकांत तिवारी को बताया गया। इसके बाद से कारोबारी सूर्यकांत तिवारी फरार है। वहीं ईडी ने आईएएस समीर विश्नोई के मकान से चार किलो सोना, हीरा और कैश बरामद किया था। टीम अभी तक 4.5 करोड़ रुपए, सोने के आभूषण और करीब दो करोड़ रुपए मूल्य के अन्य सामान जब्त कर चुकी है। 

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