अव्यवस्था का शिकार हुई कांग्रेस की मैराथन दौड़, मोदी-योगी के समर्थन में लगे नारे

कांग्रेस की ओर से ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ थीम पर निकाली गई मैराथन रन फॉर मणिकर्णिका में हंगामा हो गया। युवतियों ने बेईमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ प्रतिभागियों ने कार, स्कूटी से दौड़ पूरी की है। मुक्ताकाशी मंच पर समापन के दौरान युवतियां मोदी-योगी के नारे लगाने लगीं। वहीं, कार्यक्रम के आयोजकों का कहना है कि विपक्ष के लोगों ने इस ऐतिहासिक मैराथन में अव्यवस्था फैलाने की कोशिश की है। बावजूद इसके सफल आयोजन हुआ है। 

किले की तलहटी स्थित मुक्ताकाशी मंच पर सुबह सात बजे से महिला प्रतिभागी एकत्रित होना शुरू हो गई थीं। लक्ष्मीबाई पार्क के गेट से शुरू हुई पांच किलोमीटर की मैराथन जीवनशाह, इलाइट, जेल चौराहा से झोकनबाग होते हुए गोविंद चौराहा, सैंयर गेट, मिनर्वा के रास्ते मुक्ताकाशी मंच पर समाप्त हुई। समापन के दौरान कुछ युवतियों ने हंगामा शुरू कर दिया। मोदी-योगी के पक्ष में नारेबाजी करने लगीं। बाद में मेडल को लेकर छीनाझपटी हुई। आयोजकों ने टॉप-26 विजेताओं को पुरस्कार वितरण कर दिया। 

समापन पर युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कहा कि जब तक महिलाओं की समस्याओं पर विचार नहीं होगा, उन्हें सशक्त नहीं बनाया जाएगा, तब तक विकास की राह में बाधाएं आती रहेंगी। आज की मणिकर्णिकाओं को देखकर लग रहा है कि आप सारा जहां जीतने की ताकत रखती हो। राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल ने कहा कि बुंदेलखंड के इतिहास में ये पहली रेस है, जिसमें 15 साल की किशोरी से लेकर 59 साल तक की महिलाओं ने साहस दिखाया। संचालन शहर अध्यक्ष अरविंद वशिष्ठ ने किया।

विजेता छाया ठाकुर को मिली स्कूटी 
मैराथन की विजेता बबीना के पलींदा गांव की छाया ठाकुर पुत्र रज्जन सिंह रहीं। उन्हें पुरस्कार के तौर पर स्कूटी दी गई। इसके अलावा शीलू यादव, मुस्कान पॉल समेत 25 विजेताओं को स्मार्ट फोन के लिए चिह्नित किया गया है। आयोजक के मुताबिक एक हजार विजेताओं को मेडल और सभी आठ हजार प्रतिभागियों को टी-शर्ट, प्रमाणपत्र बांटे गए। 

300 फीट लंबे फ्लैग के साथ हुई एंट्री 
मैराथन को लेकर युवतियों, महिलाओं में काफी उत्साह रहा। दौड़ पूरी करने के बाद महिला प्रतिभागियों ने 300 फुट लंबे फ्लैग के साथ मुक्ताकाशी मंच परिसर में एंट्री की। इस दौरान लड़की हूं लड़ सकती हूं के तराने गूंजते रहे। जबरदस्त भीड़ के बीच थीम सांग पर महिला प्रतिभागी झूमती रहीं। प्रतिभागियों ने आयोजकों से जल्द ही प्रियंका गांधी को झांसी बुलाने की अपील की। 
 
प्रियंका गांधी की लोकप्रियता से डरकर प्रदेश सरकार ने लखनऊ में रैली की अनुमति नहीं दी। झांसी में भाजपा नेताओं के इशारे पर आठ हजार की भीड़ में 10-20 लोग भेजकर मोदी-योगी के नारे लगवाए गए। मगर इससे फर्क नहीं पड़ता है। झांसी में ऐतिहासिक रैली हुई है। सारे प्रतिभागी लड़की हूं, लड़ सकती हूं के नारे लगा रहे थे। प्रियंका गांधी के जयकारे कर रहे थे। प्रदीप जैन आदित्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री।

मैराथन में विजेताओं की घोषणा के लिए स्पोर्ट्स ऑफिशियल कमेटी बनाई थी। वो लोग जगह-जगह पर इसकी मॉनीटरिंग कर रहे थे। पूरी मैराथन की वीडियोग्राफी हुई है। डेढ़ घंटे तक सब सही रहा। प्रतिभागियों ने प्रियंका गांधी जिंदाबाद के नोर लगाए। अंत में विपक्षी लोगों ने षड्यंत्र कर अव्यवस्था फैलाने की कोशिश की। इसके बावजूद मैराथन ऐतिहासिक हुई है। राहुल रिछारिया, आयोजक, कांग्रेस

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