एसएस राजमौली की बहुप्रतीक्षित फिल्म आरआरआर 25 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही है। लोगों को इस फिल्म का लंबे समय से इंतजार है। कोरोना महामारी की वजह से फिल्म की रिलीज कई बार टाली जा चुकी है, लेकिन जूनियर एनटीआर और राम चरण तेजा अभिनीत यह फिल्म लोगों का मनोरंजन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस बीच फिल्म को लेकर अब विवाद भी शुरू हो गया है।
दरअसल, यह फिल्म कई भाषाओं में रिलीज होने वाली थी, लेकिन खबर है कि इसे कन्नड़ भाषा में रिलीज नहीं किया जा रहा है। इस खबर के सामने आते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और फिल्म को बायकॉट करने की मुहीम चलने लगी। ट्विटर पर #BoycottRRRinKarnataka ट्रेंड कराते हुए लोग इस फिल्म को न देखने की बात कर रहे हैं। लोगों की डिमांड है कि इस फिल्म को कन्नड़ भाषा में भी रिलीज किया जाना चाहिए। ट्विटर पर ऐसे दर्जनों हैशटैग को आसानी से देखे जा सकते हैं। फिल्म को लेकर जहां कुछ लोग नाराजगी दिखा रहे हैं तो वहीं, कुछ लोग फिल्म की कास्ट और टीम का सर्मथन कर रहे हैं।
एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, हम आरआरआर को टेलीग्राम पर नहीं देखेंगे। यह तेलुगु राज्य नहीं है यह कर्नाटक है। इज्जत बिजनेस से ज्यादा बड़ी होती है। दूसरे यूजर ने फिल्म के निर्माताओं पर वादा तोड़ने का आरोप लगाया। वहीं एक यूजर ने नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा यह वक्त आरआरआर मूवी को कर्नाटक में बैन करने का है।
गौरतलब है कि फिल्म में दो भारतीय क्रांतिकारियों अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम की कहानी को दिखाया गया है। यह कहानी ब्रिटिश हुकूमत के समय की है। फिल्म को बड़े पैमाने पर रिलीज करने की तैयारी है। फिल्म कई भाषाओं में दर्शकों के बीच आने वाली है, लेकिन अपनी रिलीज से मजह दो दिन पहले यह विवाद शुरू हो गया है।