प्रदेश के विभिन्न हिस्सों जोरदार बारिश व बाढ़ की स्थिति है लेकिन अभी मालवा-निमाड़ में स्थिति सामान्य है। इंदौर व उसके आसपास तीन दिनों से रिमझिम व फुहारों का दौर है। यहां पिछले 24 घंटे (सुबह 8 बजे) तक मात्र .0 मिमी बारिश ही दर्ज की गई है। दिन का अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस तो न्यूतनम 23.0 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। मंगलवार दोपहर 12.30 बजे तक भी मौसम ठण्डा रहा और फुहारें आती रही। मौसम वैज्ञानिकों ने 7-8 अगस्त तक इंदौर व आसपास ऐसे ही मौसम की संभावनाएं जताई है। इस दौरान मामूली रिझमिम रहेंगी। हालांकि ऐसे में एक हफ्ते तक फसलों को नुकसान नहीं है लेकिन इसके बाद जरूर चिंता वाली बात हो सकती है।
वर्तमान में शिवपुरी, गुना व आसपास में मानसून सक्रिय है। वहां टर्फ की स्थिति के कारण इंदौर सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में अभी 6-7 दिनों तक बारिश के संकेत नहीं हैं। मौसम वैज्ञानिक एचएल कपाडिया (एग्रीकल्चर कॉलेज) ने बताया कि पिछले दिनों हुई वर्षा से अभी काफी नमी है जिसके चलते फसलों के लिए मौसम अभी अनुकूल है और कोई नुकसान नहीं है। इसके बाद अगर बारिश नहीं हुई और स्थिति ऐसी ही रही तो सूखा होने से फसलों में कीड़े सक्रिय हो जाएंगे और नुकसान होगाा। इबफाफुर, ढाकनी के किसान अनिल वर्मा ने बताया कि पिछले दिनों हुई बारिश से सोयाबीन की फसलें काफी अच्छी स्थिति में है। 30 किलो प्रति एकड़ में बोए घए एनआरसी-130 सोयाबीन से इस बार अच्छा उत्पादन देने के संकेत हैं। ग्राम लोहारी, सादलपुर (घाटा बिल्लौद) के किसान बनेसिंह, सेमल्या चाऊ के किसान रविन्द्र व अन्य ने बताया कि पिछले दिनों अच्छी बारिश के चलते फसलों की ग्रोथ अच्छी है और अभी चिंता नहीं है। अभी मौसम के कारण जो नमी है उससे 8-10 तक फसलें अच्छी स्थिति में ही रहेंगी।
उधर, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने शिवपुरी, गुना, रीवा और प्रदेश में जगह-जगह हो रही भारी वर्षा की स्थिति का आकलन करने के लिए राज्य कंट्रोल रूम में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार मॉनिटरिंग करने को कहा है। इसके साथ ही बांधों में पानी के जल भराव और उसके निकासी के लिए निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने के लिए भी कहा गया है।