गत 4 मई को पुंछ के सुरनकोट इलाके में पाकिस्तान द्वारा भेजे गए आतंकियों ने भारतीय वायुसेना के काफिले पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर 5 जवानों को घायल कर दिया था। जिसमे हमारा एक जवान शहीद हो गया। 15 महीनों के भीतर पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकियों का यह तीसरा हमला था।
इस आतंकी हमले के फौरन बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला का एक बयान आया । इस बयान का सुरनकोट या अन्य किसी आतंकी हमले से संबंध न था। फारूक ने यह बयान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के वक्तव्य के जवाब में दिया गया था। जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार के दौरान रक्षामंत्री ने पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर पर विचार व्यक्त किये थे। उनका कहना था कि पाक अधिकृत कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग है। इसे वापिस लेने के लिए हमें सैन्य कार्यवाही की आवश्यकता नहीं, पाकिस्तान के जो हालात हैं, उन्हें देखते हुए कहा जा सकता है कि कब्जाया हुआ हमारा हिस्सा स्वतः कश्मीर में मिल जायगा। लेकिन फारूक अब्दुल्ला रक्षा मंत्री के बयान से बिदक गए। उन्होंने राजनाथ सिंह को धमकाते हुए कहा- ‘आप भूलिए मत, पाकिस्तान के पास एटम बम है। पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहिन रखी है।’
फारूक अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों की पाकिस्तान परस्ती और आतंकवादियों तथा जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान के हवाले करने का इरादा रखने वाले अलगाववादियों से दोनों परिवारों का गठजोड़ जगजाहिर है लेकिन चुनाव के दौरान एक बार कांग्रेस का पाकिस्तान प्रेम फिर उजागर हो गया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पुनः सिद्ध कर दिया कि राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान में भारत के प्रति सदा से शत्रुभाव रखने वाले पाकिस्तान से मोहब्बत सबसे ऊपर है।
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंधों के रास्ते में आतंकवाद के खात्मे को अड़ा दिया। भला अच्छे संबंधों के बिना आतंकवाद कैसे रुकेगा। पाकिस्तान भी एक प्रतिष्ठित देश है जिसके साथ हमारा अच्छा व्यावहार होना चाहिए। फिर उसके पास परमाणु बम भी है। किसी ने लाहौर में दागा तो मिनटों में अमृतसर तक विकरण फैलेगा, वगहरा, वगहरा।
पाकिस्तान को एक नेक अच्छा पड़ौसी और भारत को झगड़ालू गुस्सैल देश सिद्ध करने में अय्यर जी ने कोई कसर नहीं छोड़ी। जब वे 2014 में पाकिस्तान यात्रा पर गए तब भी भारत को नीचा दिखाया। ऐसा ही कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद ने किया था। खुर्शीद ने पाकिस्तान जा कर बयान दिया कि जब तक नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, तब तक दोनों देशों के रिश्ते नहीं सुधर सकते। राहुल गांधी और उनके चेलों को इससे कोई लेनादेना नहीं कि पाकिस्तान ने सन् 1948 में हमला करके कश्मीर का बड़ा हिस्सा दबा लिया है। अपने यहां आतंकियों के प्रशिक्षण शिविर खोल कर भारत भर में जगह-जगह विस्फोट कराके हजारों निर्दोषियों की हत्या कराई और जम्मू-कश्मीर में अब भी आतंकी हमले कराने में जुटा है। भारत के विरुद्ध धर्म युद्ध में पाकिस्तान हजारों भारतीय सैनिकों और बेगुनाह नागरिकों की जान ले चुका है और भारत के कब्जाये कश्मीर के बड़े हिस्से को पाकिस्तान ने चीन को दान में दे दिया।
और कांग्रेस का प्रवक्ता कहता है कि भाजपा मणिशंकर अय्यर का पुराना वीडियो चुनाव के मौके पर खोज कर लाई है।
गोविन्द वर्मा
संपादक 'देहात'