अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मई में अपनी मध्य पूर्व यात्रा के दौरान किए गए वादे को निभाते हुए सीरिया के संगठन ‘हयात तहरीर अल-शाम’ (HTS) को विदेशी आतंकवादी संगठनों (FTO) की सूची से बाहर करने का निर्णय लिया है। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका दौरे पर हैं। गौरतलब है कि नेतन्याहू HTS को अपने देश की सुरक्षा के लिए खतरा मानते रहे हैं।
ट्रंप प्रशासन के शीर्ष राजनयिक ने सोमवार को इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह आदेश 8 जुलाई से प्रभावी होगा। उल्लेखनीय है कि HTS पहले ‘अल-नुसरा फ्रंट’ के नाम से जाना जाता था, जो कि अल-कायदा की सीरियाई शाखा थी। बाद में संगठन के प्रमुख अहमद अल-शरा ने इसे अल-कायदा से अलग कर इसका नया नाम ‘हयात तहरीर अल-शाम’ रखा।
HTS को FTO सूची से हटाने की वजह
इस निर्णय के पीछे सीरिया की ओर से HTS को भंग करने की घोषणा और देश में आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष की प्रतिबद्धता बताई गई है। अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह फैसला सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा द्वारा उठाए गए सकारात्मक कदमों के आधार पर लिया गया है। उनका कहना है कि “HTS को FTO सूची से हटाना राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से एक स्थिर, एकीकृत और शांतिपूर्ण सीरिया की दिशा में एक अहम प्रयास है।”
सीरिया पर प्रतिबंधों में राहत पर नेतन्याहू की प्रतिक्रिया
मई में अपनी मध्य पूर्व यात्रा के दौरान ट्रंप ने संकेत दिया था कि अमेरिका सीरिया से सभी प्रतिबंध हटाने पर विचार कर रहा है। हालांकि, व्हाइट हाउस में नेतन्याहू के साथ बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा कि यह निर्णय दुनिया के कई नेताओं की अपील पर लिया गया है, जिसमें इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू भी शामिल हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नेतन्याहू ने कहा कि दमिश्क में स्थापित नई सरकार के साथ अमेरिकी संवाद की शुरुआत एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा कि “ईरान और उसके सहयोगी कमजोर हो रहे हैं, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को नया अवसर मिलेगा।” साथ ही नेतन्याहू ने ट्रंप की कूटनीतिक पहल की सराहना की।
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