बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प में दो लोगों की मौत हो गई व दर्जनों घायल हो गए। तीन दिनों तक ट्रांसपोर्ट रोकने की घोषणा के पहले ही दिन देश में हसीना के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हुए। इस बीच सरकार ने देशभर में अर्धसैनिक बलों को तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए हैं।

मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने रविवार को पार्टी समर्थकों और पुलिस के बीच हुई झड़पों के जवाब में तीन दिनी सड़क नाकेबंदी का आह्वान किया था। बीएनपी की मांग है कि पीएम शेख हसीना जनवरी में होने वाले आम चुनाव से पहले इस्तीफा दें और चुनावों को तटस्थ कार्यवाहक सरकार की देखरेख में होने दें।

सरकार ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया है। मंगलवार को हुई झड़पों में किशोरगंज के मध्य जिले में दो प्रदर्शनकारी मारे गए और 15 पुलिसकर्मियों सहित दर्जनों लोग घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक, हालात को काबू करने के लिए रबर की गोलियां भी चलानी पड़ीं।

आतंकवादी पार्टी है बीएनपी: शेख हसीना  
इस बीच, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बीएनपी को 'आतंकवादी पार्टी' करार दिया है। उन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट द्वारा की गई हालिया आतंकी गतिविधियों की निंदा की और कहा कि बीएनपी ने 28 अक्तूबर को हिंसा का सहारा लेकर एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह एक आतंकवादी पार्टी है।