दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल पर एक और मुकदमे की तलवार लटक गई है। अब उन पर उत्तर कोरिया की सीमा में ड्रोन भेजकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप तब सामने आया है जब वे पहले से ही देश में मार्शल लॉ लगाने और बगावत की साजिश के मामलों में जेल में बंद हैं।
आरोपों के अनुसार, यून सुक योल ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान दिसंबर 2023 में जानबूझकर उत्तर कोरिया के ऊपर ड्रोन भेजे थे, ताकि दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण बनाए जा सकें और इस आधार पर दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ लगाने के फैसले को जायज़ ठहराया जा सके। उस दौरान उन्होंने संसद में सैनिकों की तैनाती तक कर दी थी, लेकिन बढ़ते विरोध और महाभियोग की प्रक्रिया के चलते उन्हें पद से हटा दिया गया था।
राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने दी मुकदमे की अनुमति
मौजूदा राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने यून सुक योल के खिलाफ इस नए मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। उनके साथ ही यून की सरकार के दो वरिष्ठ अधिकारियों — पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग ह्यून और सैन्य खुफिया सेवा के पूर्व कमांडर यिओ इन ह्युांग — पर भी मुकदमा चलाया जाएगा।
कड़ी सजा की संभावना
यून सुक योल और उनके सहयोगियों पर सत्ता के दुरुपयोग और दुश्मन को सहायता पहुंचाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यदि अदालत में वे दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें उम्रकैद या मौत की सजा तक का सामना करना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि अक्तूबर 2024 में उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर राजधानी प्योंगयांग के ऊपर ड्रोन भेजने का आरोप लगाया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था। हालांकि हालात बाद में काबू में आ गए थे, लेकिन यह विवाद अब कानूनी मोड़ ले चुका है।