बलरामपुर। अयोध्या जा रही नेपाली श्रद्धालुओं से भरी स्कॉर्पियो गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे जरवा-तुलसीपुर मार्ग स्थित नगई मोड़ के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। साइकिल सवार को बचाने के प्रयास में स्कॉर्पियो बिजली पोल से रगड़ती हुए पेड़ से टकराकर खाई में गिर गई।
स्कॉर्पियो में सवार नेपाल के दांग जिला स्थित तुलसीपुर शहर निवासी 75 वर्षीय प्रवीण खत्री पुत्र काशीराम की मौत हो गई। उनकी पत्नी 70 वर्षीय लालमती, 84 वर्षीय जय बहादुर, 38 वर्षीय युवराज, 80 वर्षीय धनबली, 35 वर्षीय कैलाश व 50 वर्षीय नौमैत्री घायल हुई हैं।
सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर में भर्ती कराया गया। लालमती को छोड़ अन्य सभी को जिला मेमोरियल अस्पताल रेफर कर दिया गया।
नेपाल दांग के तुलसीपुर निवासी श्रद्धालु स्कॉर्पियो में सवार को होकर अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए जा रहे थे। स्थानीय निवासियों के अनुसार, एक साइकिल सवार को बचाने के चक्कर में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर बिजली पोल से रगड़ती हुई पेड़ टकराकर खाई में गिर गई।
स्कॉर्पियो में सवार 10 लोगों में से प्रवीण खत्री की मौके पर ही मृत्यु हो गई। छह लोग घायल हुए, जिन्हें सीएचसी पहुंचाया। मोतीराम व अन्य दो यात्री सही सलामत हैं।
तुलसीपुर कस्बा चौकी प्रभारी राकेश ने बताया कि असंतुलित होने के कारण स्कॉर्पियो दुर्घटनाग्रस्त हुई है। घायलों का उपचार कराया जा रहा है।
अज्ञात कारणों से लगी आग में फूस के तीन मकान राख
हरैया सतघरवा के सिरसिया गांव में गुरुवार की दोपहर दशरथ लाल की झोपड़ी में अज्ञात कारणों से आग लग गई। अग्निकांड में दशरथ लाल समेत श्यामबरन व रामबरन की गृहस्थी राख हो गई। उधर गैंड़ासबुजुर्ग स्थित राजकीय कृषि बीज गोदाम में दोपहर के समय अज्ञात कारणों से आग लग गई। गोदाम कर्मियों व फायर ब्रिगेड ने समय रहते आग बुझा दी, जिससे कोई क्षति नहीं हुई।
सिरसिया गांव निवासी दशरथ लाल ने बताया कि दोपहर में रोजाना के कार्यों में व्यस्त थे। इसी बीच अचानक आग लग गई। हवा तेज होने के कारण आग ने रामबरन व श्यामबरन की झोपड़ी को भी अपनी चपेट में ले लिया। ग्रामीणों व अग्निशमन कर्मियों ने आग बुझाई।लेखपाल पंकज यादव ने बताया कि क्षति का आकलन कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। सिरसिया व बीते दिनों कुसमहवा गांव में हुए अग्निकांड की घटना पर तुलसीपुर विधायक कैलाशनाथ शुक्ल ने पीड़ितों के घर पहुंचकर मुलाकात की। अग्निकांड पीड़ितों को खाद्य सामग्री व वस्त्र देते हुए शीघ्र ही आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।